परिवार का खास हिस्सा बन जाते हैं पेट्स, सफर में ले जाएं साथ तो इन बातों का रखें ख्याल
By: Nupur Rawat Mon, 10 May 2021 1:57:41
मौजूदा समय में बहुत से लोग घरों में कोई न कोई पेट पालने का शौक रखते हैं। ऐसे में वे परिवार का अहम हिस्सा बन जाते हैं। यात्राओं में कई बार हम अपने पेट्स भी अपने साथ ले जाते हैं, लेकिन ज़रूरी है कि सफ़र उनके लिए सजा न बन जाए। आइए जानें कि सफ़र के दौरान पेट्स को साथ ले जाते समय किन बातों का ख़्याल रखना चाहिए।
हवाई यात्रा के दौरान
1. यदि आप अपने पेट्स को हवाई यात्रा
में साथ ले जाना चाहते हैं, तो इस संबंध में आपको सीट आरक्षित करवाते समय
ही पेट्स को साथ ले जाने के संबंध में सूचना देना ज़रूरी है।
2.
नियमतः जानवर, पंछियों को मुफ़्त सामान की तरह ले जाने की अनुमति नहीं है।
उन्हें ले जाने के लिए लगभग अतिरिक्त सामान ले जाने जितना किराया देना पड़ता
है।
3. एयर इंडिया द्वारा संचालित अमेरिका के लिए सीधी उड़ान यानी
भारत-अमेरिका-भारत मार्ग पर सफ़र करने की अनुमति नहीं है, लेकिन यदि वह
दृष्टिहीन या फिर बधिर यात्री की मदद करने के लिए प्रशिक्षित हों और यात्री
पूरी तरह से उन पर निर्भर हो तो उन्हें यात्री कक्ष में ले जाया जा सकता
है। मगर इसके लिए भी संबंधित चिकित्सकीय प्रमाण पत्र आवश्यक हैं।
4.
पालतू जानवरों को तभी सफ़र की इजाज़त दी जाएगी, जब उन्हें ले जाने की सही
सुविधाएं की गई हों और वाहक के पास दूसरे देश में पालतू जानवर को ले जाने
के लिए आवश्यक और वैध सर्टिफ़िकेट, रेबीज़ टीकाकरण प्रमाण पत्र, एंट्री
परमिट और अन्य दस्तावेज हों। यदि किसी देश या प्रदेश में पालतू जानवर ले
जाने की अनुमति नहीं है, तो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी उड़ान की नहीं यात्री की
होगी।
5. फ़्लाइट में एंटर होने पर कैप्टन व एयर होस्टेस को सूचित करें।
6. मौसम को ध्यान में रखकर उड़ान चुनें और सीधी उड़ान को वरीयता दें।
कार से यात्रा के दौरान
1. लंबे सफ़र पर ले जाने से पहले उन्हें छोटी दूरी पर साथ लेकर जाएं, ताकि उनके भीतर सफ़र का डर न हो।
2. उनके खाने का सामान, बर्तन, पानी, दवाई और फ़र्स्ट-ऐड बॉक्स हमेशा साथ रखें।
3. पेट्स को कभी चलते वाहन में खाना न दें। हिलते-डुलते वाहन में खाना खाना उन्हें ट्रेवल-सिक बना सकता है।
4. अगर आपने पेट्स को किसी क्रेट में रखा है, तो सुनिश्चित कर लें कि उन्हें सांस लेने के लिए ठीक से हवा मिल रही है।
5. बीच-बीच में गाड़ी रोककर उन्हें ठहरने का मौक़ा दें, ताकि रास्तों की उछाल से उन्हें दिक़्क़त न हो।
6.
कार की पिछली सीट अपने पालतू जानवरों के लिए रिज़र्व करें और सुनिश्चित
करें कि पालतू जानवर अपने सिर को खिड़की से बाहर नहीं निकालें।
7. पेट्स के लिए सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें, जिससे उन्हें नियंत्रण में रखा जा सके। उन्हें अकेले कार में छोड़कर न जाएं।
रेल यात्रा के दौरान
1. रेल पालतू जानवरों को ले जाने की अनुमति देती है, पर किसी भी परेशानी से बचने के लिए सीट आरक्षित करवाना सही है।
2.
वैकल्पिक रूप से, कुत्तों को ट्रेन के ब्रेक वैन में सामान के साथ ले जाया
जा सकता है। हालांकि यहां उनको खिलाने की ज़िम्मेदारी स्वयं मालिक को उठानी
होती है।
3. कुछ ट्रेनें कुत्ते को गार्ड-कोच के इनबिल्ट कॉप में रखने की अनुमति देती हैं। मगर नियम व शर्तें लागू हैं।
4. रेल मे पेट्स ले जाने के लिए कुत्ते के वज़न के अनुसार शुल्क का भुगतान करना पड़ता है।
अन्य ज़रूरी सावधानियां
- सफ़र पर पेट्स को ले जाते हुए सुनिश्चित करें कि उन्हें सभी टीके लगवा लिए गए हैं।
-
साथ में पेट्स हेल्थ सर्टिफ़िकेट रखें कि उन्हें कोई संक्रामक बीमारी नहीं
है। उनके तमाम चेकअप हो चुके हैं और नतीज़े (रिपोर्ट्स) सामान्य हैं।
-
यात्रा के दौरान पेट्स का खो जाना एक सामान्य समस्या है। इसलिए अपने साथ
हमेशा अपने पेट्स की फ़ोटो रखें और पेट्स के कॉलर में पहचान से जुड़ी ज़रूरी
जानकारियां अनिवार्यतः लिखकर रखें। मसलन नाम, पता, फ़ोन नंबर।
- सुनिश्चित करें कि पेट्स के नाख़ून कटे हुए हों।
- यात्रा पर ले जाते समय उन्हें कम से कम चार से छह घंटे फ़ीड न कराएं।
- अपने पते और संपर्क विवरण के साथ एक अस्थायी यात्रा आईडी का इस्तेमाल करें।