भारत द्वारा मई महीने में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आतंकियों की कमर तोड़ दी है। इसी नुकसान से बौखलाए आतंकी अब भारत के खिलाफ ज़हर उगलने में जुट गए हैं। हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कासूरी ने एक वीडियो जारी कर भारत को पाकिस्तान में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुलेआम धमकी दी। बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड यही कासूरी था। उस हमले में 26 निर्दोष लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कासूरी का वीडियो वायरल, भारत पर लगाए बेहूदा आरोपCNN-News18 की रिपोर्ट के मुताबिक, सैफुल्लाह कासूरी का एक नया वीडियो पाकिस्तान के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह भारत पर “वॉटर टेररिज्म” यानी पानी के ज़रिए आतंक फैलाने का आरोप लगाता दिख रहा है। कासूरी ने दावा किया कि भारत ने जानबूझकर पाकिस्तान में पानी छोड़ा, जिससे वहां भयानक बाढ़ आई। इतना ही नहीं, उसने भारत से “बदला” लेने की धमकी भी दी और कहा कि “अब इसका हिसाब होगा।”
आसिम मुनीर की तारीफ, मोदी को धमकीवीडियो में कासूरी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की जमकर तारीफ की और उन्हें “इस्लाम का सच्चा रक्षक” बताया। इसी बीच उसने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें “10 मई 2025 की तरह सबक सिखाया जाएगा।” खुफिया एजेंसियों के अनुसार, यह बयान केवल गुस्से का नतीजा नहीं बल्कि किसी बड़ी आतंकी साजिश का संकेत भी हो सकता है।
आतंकी प्रोपेगेंडा या नई साजिश?सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि कासूरी का यह वीडियो एक सुनियोजित प्रचार अभियान का हिस्सा है, जिसे ISI के इशारे पर फैलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य पाकिस्तान के लोगों को भड़काना, भारत विरोधी माहौल बनाना और सीमा पार घुसपैठ तथा स्लीपर सेल्स को सक्रिय करना है। सूत्रों के मुताबिक, लाहौर और बहावलपुर में लश्कर के नेटवर्क को फिर से संगठित किया गया है और उन्हें जम्मू व पंजाब सेक्टरों में एक्टिव होने का आदेश दिया गया है।
एजेंसियां सतर्क, सीमा पर बढ़ी निगरानीकासूरी के धमकी भरे वीडियो के बाद भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी निगरानी और सख्त कर दी है। खुफिया विभाग इस वीडियो की उत्पत्ति, इसके प्रसार के स्रोत और संभावित आतंकी योजना की बारीकी से जांच कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वीडियो पाकिस्तान की “इंफॉर्मेशन वॉरफेयर” रणनीति का हिस्सा हैं, जिनका मकसद भारत में डर और अस्थिरता फैलाना है। आतंकियों की बौखलाहट साफ है — ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न केवल उनके ठिकाने तबाह किए हैं, बल्कि उनकी मनोवैज्ञानिक स्थिति भी हिला दी है। यही वजह है कि अब वे वीडियो और बयानबाजी के ज़रिए भारत को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर स्तर पर चौकस हैं।