सऊदी अरब (Saudi Arabia) में कुछ दिन पहले रियाद शॉपिंग मॉल (Shopping Mall) के बाहर हाईहील के साथ टाइट ओरेंज टॉप और ट्रॉजर पहने महिला ने सऊदी अरब में हलचल मचा दी थी। इस महिला का नाम मशेल अल जालोद था। रियाद मशेल के आउटफिट को देखकर हैरान होने वालों में सिर्फ पुरुष ही नहीं थे बल्कि युवा महिलाएं भी शामिल थीं। इसकी वजह से कट्टरपंथियों की भौहें चढ़ गई हैं।
इसके बाद प्रशासन ने टूरिस्ट और अपने नागरिकों के लिए कुछ कड़े नियमों का ऐलान कर दिया है। सार्वजनिक स्थानों पर अभद्र व्यवहार करने वालों पर जुर्माने का ऐलान किया गया है। ये जुर्माना उन लोगों पर भी लगाया जाएगा जो टाइट कपड़े पहने होंगे। मंत्रालय के अनुसार, इससे पहले प्रशासन को करीब 19 ऐसे वाकयों के बारे में पता चला जिनमें इस तरह के नियम तोड़े गए। हालांकि इन मामलों में कितनी पेनल्टी लगेगी इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
घोषणा विदेशी पर्यटकों के लिए वीजा देने के ऐलान के एक दिन बाद की गई। इस्लामिक देश (Islamic country) ने पहली बार विदेशी पर्यटकों के लिए वीजा जारी करना शुरू किया है। पेट्रोलियम मार्केट में मंदी से निपटने के लिए प्रशासन ने ये कदम उठाए हैं। सऊद अरब के अनुसार, 49 देशों के नागरिकों को ई वीजा की सुविधा दी गई है। इनमें अमेरिका, यूरोपीय देश और ऑस्ट्रेलिया शामिल है।
प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है 'पुरुष और महिलाएं सार्वजनिक स्थानों के लिए ऐसी ड्रेस चुने जो भड़काऊ न हों। महिला और पुरुषों को टाइट फिटिंग के कपड़े पहनने से बचना होगा। महिलाएं अपने लिए सामान्य ड्रेस चुन सकती हैं। इसका ये अर्थ है कि जो लोग भी सऊदी अरब घूमने आएं वह यहां के नियमों का पालन पूरी तरह करें। इसके अलावा ऐसे कपड़े पहनने से बचना होगा, जिन पर आपत्तिजनक संदेश या कोई इमेज बनी हो। महिलाओं को अपने कंधे और घुटने कपड़ों से ढंकने होंगे।'
पर्यटन मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर ये नियम लिखे हैं। टूरिज्म चीफ अहमद अल खतीब ने कहा, इससे पहले इस तरह के पारंपरिक कपड़े पहनने के लिए विदेशी महिलाओं को बाध्य नहीं किया गया था। ये नियम अब तक यहां की महिलाओं के लिए था।
दरअसल प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब की कट्टर और पारंपरिक छवि को तोड़ने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। इसके तहत उन्होंने महिलाओं को लेकर कई नियमों में छूट दी है। इनमें महिलाओं को ड्राइविंग की छूट के अलावा स्टेडियम में मैच देखने की छूट शामिल है। सऊदी अरब में इन नियमों में दी गई ढील की सराहना की गई है। यहां की महिला आबादी में दो तिहाई महिलाएं 30 साल से कम की हैं। लेकिन पर्यटकों और आम लोगों के लिए इस नियम ने कई लोगों की चिंता बढ़ा दी है।