कान नहीं होने पर भी आखिर सांप कैसे सुन पाते है बीन की धुन, जानें इस रहस्य की सच्चाई

यह धरती विविधताओं से भरी हैं जिसमें कब क्या नया हो जाए कहा नहीं जा सकता हैं। जी हाँ, देश-दुनिया में होने वाली ऐसी कई घटनाए है जिनपर विश्वास नहीं हो पाता हैं। खासतौर से जानवरों से जुड़ी घटनाओं को हजम कर पाना मुश्किल होता हैं और इनसे जुड़े राज जानने की ख्वाहिश सभी को होती हैं। आज हम भी आपको सांप से जुड़े ऐसे ही एक रहस्य के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में शायद ही जानते होंगे आप।

आपने कई बार देखा होगा कि जब भी सपेरा बीन बजाता है तो सांप कहीं भी होता है तो तुरंत बाहर आ जाता है और सपेरा उसे पकड़ लेता है। इस बात से हर कोई हैरान रहता है कि ऐसा कैसे होता है। अगर आप भी इस बारे ने जानना चाहते हैं तो आइये जानते है इसके बारे में।

दरअसल, सांप हवा में मौजूद ध्वनि तरंगों पर रिएक्शन नहीं देते, बल्कि धरती से निकलने वाले कंपन यानि वाइब्रेशंस को अपने जबड़े में पाई जाने वाली एक ख़ास हड्डी के ज़रिये महसूस करते हैं। सांप केवल हिलती-ढुलती चीजों को साफ़ देख पाते हैं। इसिलए सपेरा जब बीन को बजाते हुए उसे इधर-उधर करता है, तो बीन के साथ-साथ सांप भी हिलता-ढुलता है और लोग यह समझते हैं कि सांप बीन की धुन पर नाच रहा है। तो अब आप भी समझ गए होंगे कि सांप बिना कान के भी बीन के सामने कैसे आ जाता है।