अमेरिका के व्हाइट हाउस में भी आत्मा! बना हुआ है अभी तक रहस्य

आज के इस वैज्ञानिक और तकनिकी युग में सभी समय के साथ विकास चाहते हैं। लेकिन आज भी इस युग में भूत-प्रेत और आत्मा को माना जाता हैं। समाज का एक तबका हैं जो इन बातों पर यकीन करता हैं। समय-समय पर लोगों को आत्माओं के दिखने की खबर आती हैं। क्या आप जानते हैं कि अमेरिका के व्हाइट हाउस में भी आत्मा होने की खबरें हैं। जी हाँ, इस अहसास को कई लोग महसूस कर चुके हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्हाइट हाउस दुनिया के सबसे ताकतवर देश कहे जाने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति का निवास स्थान है। कहा जाता है कि व्हाइट हाउस की सुरक्षा इतनी कड़ी होती है कि वहां बिना इजाजत कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। लेकिन इसके आंगन में आज भी कई ऐसे रहस्य दफन हैं, जिसे जानकर आपकी रूह तक कांप जाएगी।

कहा जाता है कि व्हाइट हाउस में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की आत्मा घूमती रहती है। दरअसल, अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे, लेकिन अप्रैल 1865 में व्हाइट हाउस के अंदर ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके कुछ दिन बाद से ही लोगों को अब्राहम लिंकन की आत्मा दिखाई देने लगी।

सबसे पहले अमेरिका के 30वें राष्ट्रपति रहे केल्विन कुलिज की पत्नी ग्रेस कुलीज ने व्हाइट हाउस में अब्राहम लिंकन की आत्मा को महसूस किया था। उनका कहना था कि उन्हें आभास हुआ कि व्हाइट हाउस के ओवल दफ्तर की खिड़की के पास अब्राहम लिंकन खड़े हैं। इसके अलावा उन्हें कई बार ऐसा भी लगा कि लिंकन उनके आसपास ही बैठे हैं। इन रहस्यमयी घटनाओं से वो काफी डर गई थीं।

कहा जाता है कि नीदरलैंड की महारानी व्हिलमिना ने भी व्हाइट हाउस में अब्राहम लिंकन की आत्मा को देखा था। दरअसल, अमेरिकी यात्रा के दौरान वो एक बार व्हाइट हाउस में ही रूकी हुई थीं। तब देर रात उन्हें लगा कि किसी ने उनका दरवाजा खटखटाया। इसके बाद जब उन्होंने जाकर दरवाजा खोला तो सामने अब्राहम लिंकन को खड़े पाया। ये देखकर वो काफी डर गईं। उस वक्त उनके मुंह से आवाज तक नहीं निकल पा रही थी।

इतना ही नहीं, ब्रिटेन के एक पूर्व राष्ट्रपति भी व्हाइट हाउस में अब्राहम लिंकन की आत्मा को देख चुके हैं। वो एक बार अमेरिका आने पर व्हाइट हाउस में भी ठहरे हुए थे। इस दौरान जब वो बाथरूम से नहाकर वापस आए तो उन्होंने देखा कि कमरे में सिगड़ी जल रही थी और वहीं पास में अब्राहम लिंकन बैठे हुए थे। ये घटनाएं आज भी लोगों की रूह कंपा देती हैं।