आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के एक गांव में प्रवासी मजदूर द्वारा क्वारनटीन सेंटर में आत्महत्या करने की कोशिश का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक प्रवासी मजदूर ने क्वारनटीन सेंटर में भूत के खौफ की वजह से आत्महत्या करने की कोशिश की। ये क्वारनटीन सेंटर सरकारी अधिकारियों की ओर से कोसागी गांव में बनाया गया है।
दरअसल, क्वारनटीन सेंटर में प्रवासी मजदूरों के बीच ये अफवाह फैली कि वहां भूत का साया है। कई मजदूरों ने भूत को घूमते देखने का दावा भी किया। ऐसे में भूत के डर से गुरुवार को 47 साल के एक मजदूर ने स्कूल की इमारत में खिड़की से कपड़े का फंदा डालकर आत्महत्या की कोशिश की। लेकिन किसी दूसरे मजदूर ने उसे ऐसा करते देख लिया और फिर मजदूरों ने उसे बचा लिया। उसे फिर अडोनी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। भूत वाली बात अधिकारियों को बताई
मजदूरों ने सेंटर में भूत की बात देखभाल करने वाले अधिकारियों को भी बताई। इन मजदूरों के 14 दिन के क्वारनटीन का वक्त भी पूरा हो गया है। लेकिन रिलीज से पहले किए जाने वाले इनके कोरोना टेस्ट के नतीजे आना अभी बाक़ी है, इसलिए अधिकारियों ने उन्हें घरों को जाने की इजाजत नहीं दी।क्वारनटीन सेंटर में है 113 प्रवासी मजदूर
इस क्वारनटीन सेंटर में कम से कम 113 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। ये सभी महाराष्ट्र के पुणे जिले में काम कर रहे थे और हाल ही में वहां से लौटे हैं। 18 मई को प्रवासी मजदूरों के आने के बाद अधिकारियों ने कोसागी गांव के सरकारी मॉडल स्कूल को क्वारनटीन सेंटर में बदल दिया।