यहाँ महिलाएँ नहीं पुरुष है बेबस, मर्दों को निकालना पड़ता है घूंघट

आपने अक्सर देखा होगा कि समाज में अभी भी संकीर्ण मानसिकता के चलते कई जगहों पर महिलाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई हैं। महिलाओं को आज भी रीती-रिवाज के नाम पर दबाया जाता हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं जहाँ महिलाऐं नहीं बल्कि पुरुष बेबस हैं और मर्दों को ही घूंघट निकालना पड़ता हैं। हम बात कर रहे हैं नाईजीरिया की तुआरेक जनजाति के बारे में। इस जनजाति की महिलाओं को पुरुषों से ऊपर रखा गया हैं और महिलाओं के पास ही सभी अधिकार होते हैं।

यहां पर महिलाएं न ही घूंघट पहनती है और न ही अपना चेहरा ढंककर रखती हैं। यहां पर पुरुषों को अपना चेहरा ढंककर रखना घूमना पड़ता है। इसके अलावा यहां की महिलाओं को किसी भी पुरुष के साथ शारीरिक संबंध बनाने की आजादी है, वो चाहें तो किसी पुरुष के साथ रेप भी कर सकती है।

यहां के पुरुषों को बिल्कुल आजादी नहीं है और उन्हें ये सब सहना पड़ता है। जैसा पुरुष करते हैं वैसा ही यहां की महिलाएं भी कर सकती हैं। तुआरेक जनजाती की महिलाएं शादी के बाद भी किसी गैर-मर्द से संबंध बना सकती है, लेकिन पुरुष ऐसा नहीं कर सकते है। इसके अलावा यहां महिलाएं जब चाहें अपनी मर्जी से तलाक ले सकती है।