गूगल लगातार मोबाइल फ्रॉड से सुरक्षा बढ़ाने के लिए Android की सुरक्षा प्रणाली को और मज़बूत कर रहा है। इसी क्रम में कंपनी ने एक नया फीचर पेश किया है जो तब एक्टिव होता है जब यूजर सबसे अधिक जोखिम में होता है—जब कोई संदिग्ध कॉल चल रही हो और आप बैंकिंग या पेमेंट ऐप खोलें। अक्सर स्कैमर्स खुद को बैंक अधिकारी बताकर यूजर को ऐप ओपन करने के लिए उकसाते हैं। Android अब ऐसे समय पर यूजर को चेतावनी देकर धोखाधड़ी रोकने की कोशिश करता है।
इन-काल प्रोटेक्शन कैसे काम करता हैजैसे ही आपका फोन दो चीज़ें पहचानता है—पहली, आप अनजान नंबर पर कॉल पर हैं और दूसरी, आपने कोई फाइनेंशियल ऐप खोल लिया है—स्क्रीन पर तुरंत एक बड़ा चेतावनी संदेश दिखता है। यह अलर्ट स्पष्ट रूप से बताता है कि आप संभावित धोखाधड़ी के जोखिम में हैं। यूजर केवल एक टैप में कॉल काट सकता है या स्क्रीन शेयरिंग को रोक सकता है, जिससे फ्रॉड होने से पहले ही सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
यह फीचर Android 11 और उससे ऊपर के डिवाइस पर उपलब्ध है। खास बात यह है कि यदि यूजर चेतावनी के बावजूद आगे बढ़ना चाहे तो ऐप 30 सेकंड का विलंब जोड़ देता है। गूगल का कहना है कि यह छोटा-सा पॉज यूजर को घबराहट या स्कैमर्स के दबाव से बाहर निकालकर सोचने का समय देता है।
भारत में रोलआउट शुरूगूगल ने हाल ही में एक ब्लॉगपोस्ट में बताया कि भारत इस फीचर के लिए एक प्रमुख टेस्टिंग ग्राउंड है। कंपनी ने Google Pay, PayTM और Navi जैसे ऐप्स के साथ मिलकर स्क्रीन-शेयरिंग स्कैम को रोकने की योजना बनाई है। जब यूजर अनजान नंबर पर कॉल के दौरान इनमें से कोई ऐप खोलता है, तो स्क्रीन पर अलर्ट दिखता है और कॉल खत्म करने या स्क्रीन शेयरिंग रोकने का विकल्प मिलता है।
यूके में शुरुआती परीक्षण में इस फीचर ने हजारों लोगों को स्कैम कॉल से बचाया। इसके बाद गूगल इसे अन्य देशों में भी रोलआउट कर रहा है। कंपनी का दावा है कि ब्राज़ील और भारत में भी इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
नया अलर्ट क्यों महत्वपूर्ण हैआज के समय में अधिकतर फ्रॉड टेक्निकल हैकिंग से नहीं, बल्कि पहचान छिपाकर की गई ठगी से होते हैं। ऐसे में समय पर मिलने वाला पॉपअप आपकी मेहनत की कमाई बचा सकता है। जो लोग अक्सर अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स उठाते हैं या चलते-फिरते बैंकिंग ऐप इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए यह फीचर बेहद उपयोगी साबित होगा।
यदि आपका फोन Android 11 या उससे नया है, तो यह सुरक्षा अपडेट धीरे-धीरे आपके डिवाइस और बैंकिंग ऐप्स तक पहुंचेगा। गूगल का दावा है कि Android यूजर्स पहले ही iPhone यूजर्स की तुलना में कम स्कैम का शिकार होते हैं और इस नए फीचर के साथ यह अंतर और बढ़ सकता है।