तमकुही क्षेत्र के पकड़ी गोसाई गांव में सोमवार रात पशु चोरी की एक बड़ी वारदात ग्रामीणों की सतर्कता के चलते नाकाम हो गई। गाय के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज ने न सिर्फ पशुपालक को जगा दिया, बल्कि पूरे गांव को भी अलर्ट कर दिया। नतीजतन, मौके से तीन पशु चोरों को रंगे हाथों दबोच लिया गया, जबकि उनके दो साथी पिकअप वाहन लेकर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। पकड़े गए तीनों आरोपियों को बाद में पुलिस के हवाले कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के पकड़ी गोसाई गांव निवासी रामअवध यादव सोमवार की रात अपने परिवार के साथ घर में सो रहे थे। रात करीब 11 बजे अचानक उनकी गाय की तेज आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर जैसे ही वे बाहर निकले, तो देखा कि तीन युवक गाय को जबरन खोलकर ले जाने की कोशिश कर रहे थे।
रामअवध यादव ने तत्काल शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के ग्रामीण भी जाग गए और मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एकजुट होकर पीछा किया और काफी मशक्कत के बाद तीनों चोरों को पकड़ लिया। इसी बीच, उनके अन्य साथी जो पिकअप वाहन में मौजूद थे, वहां से फरार होने में सफल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से पकड़े गए तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पुलिस ने मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि फूल मुहम्मद के घर के पीछे बने बांस के कोठे में चोरी की गई अन्य गायों को भी छिपाकर रखा गया था, जिन्हें बरामद कर लिया गया है। हालांकि पुलिस इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है।
इस मामले में थानाध्यक्ष स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। यह भी स्पष्ट किया जा रहा है कि पकड़े गए व्यक्ति वास्तव में पशु चोरी में शामिल थे या नहीं। साथ ही फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया है।