टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर द्वारा कथित तौर पर बाबरी मस्जिद का शिलान्यास करने का दावा सामने आते ही उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। इस पूरे प्रकरण पर अब अयोध्या (फैजाबाद) के समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा विवाद भारतीय जनता पार्टी की योजनाबद्ध राजनीतिक चाल का हिस्सा है।
‘बीजेपी जानबूझकर पुराने विवादों को हवा दे रही है’अवधेश प्रसाद का कहना है कि बीजेपी एक बार फिर बाबरी मस्जिद मुद्दे को उछालकर आम जनता का ध्यान असल समस्याओं से हटाना चाहती है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता जिन मुद्दों पर जवाब चाहती है—जैसे बेरोजगारी, किसानों की आय, महंगाई, और युवाओं से किए गए बड़े-बड़े वादे—उन सभी पर सरकार नाकाम साबित हुई है।
सपा सांसद बोले—‘जब जवाब देना मुश्किल हो, तब विवाद पैदा करती है सरकार’सपा सांसद ने आरोप लगाया कि बाबरी मस्जिद को लेकर फिर से शुरू हुई चर्चा बीजेपी की राजनीतिक परियोजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरकार न तो रोजगार देने के वादे पूरे कर पाई और न ही किसानों तथा युवाओं से किए गए आश्वासनों पर खरी उतरी। यही वजह है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों को उछालकर जनता को बहस में उलझाए रखा जाता है, ताकि लोग बुनियादी सवाल पूछने से पीछे हट जाएं।
‘देश की राजनीति को गलत दिशा में ले जाना चाहती है बीजेपी’अवधेश प्रसाद ने आगे कहा कि जनता अब काफी जागरूक हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी बार-बार धार्मिक और भावनात्मक विषयों को उठाकर देश की राजनीतिक दिशा को भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव पास आते ही ऐसे मुद्दे अधिक तेज़ी से सामने लाए जाते हैं ताकि लोगों की भावनाओं को प्रभावित किया जा सके और माहौल को ध्रुवीकृत किया जा सके।
‘आगामी चुनावों में जनता देगी जवाब’सपा सांसद ने कहा कि देश की असली प्राथमिकताएँ रोजगार, महंगाई, किसानों की आय और युवाओं का भविष्य हैं। लेकिन सरकार इन प्रश्नों से बचने के लिए ऐसे विवादों का सहारा लेती है। उन्होंने विश्वास जताया कि जनता अब इन राजनीतिक चालों को समझने लगी है और आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी।
राजनीतिक सरगर्मी तेज, बीजेपी की प्रतिक्रिया का इंतज़ारअवधेश प्रसाद के इस बयान ने अयोध्या के साथ-साथ प्रदेश की राजनीति में भी हलचल बढ़ा दी है। बीजेपी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बाबरी मस्जिद का मुद्दा दोबारा चर्चा में आने से आगामी चुनावों में धार्मिक ध्रुवीकरण की आशंका बढ़ सकती है।
अवधेश प्रसाद ने अपने बयान के अंत में कहा कि भारत को विवादों से नहीं, विकास से आगे बढ़ना चाहिए। जनता अब वास्तविक मुद्दों पर जवाब चाहती है, और यही कारण है कि बीजेपी इस तरह के विवादित विषयों को बार-बार उछालती है।