तमिलनाडु के करूर में शनिवार को अभिनेता से नेता बने विजय की रैली एक बड़े हादसे का कारण बन गई। भीड़ के अचानक失 नियंत्रण में आने से भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 29 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने पुष्टि की कि अस्पताल में मृत अवस्था में 31 शव लाए गए। आशंका जताई जा रही है कि घायल और बेहोश हुए कई लोग इलाज के दौरान दम तोड़ सकते हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही राज्य के वरिष्ठ मंत्री, शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल घटनास्थल पर पहुँच गए।
मुख्यमंत्री स्टालिन की अपीलदुर्घटना पर गहरी चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने जनता से संयम बरतने और डॉक्टरों व पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की। उन्होंने अधिकारियों को करूर की स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने और घायलों को हर संभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के रविवार को करूर का दौरा करने की संभावना जताई जा रही है।
रैली में कैसे बिगड़े हालात?तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय करूर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जैसे-जैसे उनका भाषण आगे बढ़ा, भीड़ लगातार बढ़ती गई और मंच के पास अफरा-तफरी मच गई। इस बीच, कई लोग दम घुटने और धक्का-मुक्की के कारण बेहोश होकर गिर पड़े। भगदड़ इतनी तेज थी कि छोटे बच्चे भी इसकी चपेट में आ गए।
कार्यकर्ताओं की बेचैनी और विजय की प्रतिक्रियाजैसे ही कई लोग जमीन पर गिरकर बेहोश होने लगे, भीड़ में मौजूद कार्यकर्ताओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विजय ने तुरंत अपना भाषण रोक दिया और प्रचार बस की छत से भीड़ में पानी की बोतलें फेंककर मदद पहुँचाने की कोशिश की।
एंबुलेंस को पहुंचने में दिक्कतहादसे के समय भीड़ इतनी ज्यादा थी कि एंबुलेंस को रास्ता बनाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। बेहोश और घायल लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई मरीजों की हालत नाजुक बताई जा रही है। हालात को देखते हुए विजय ने अपना संबोधन बीच में ही खत्म कर दिया।
सरकार का आपात कदमहादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोशल मीडिया पर लिखा, “करूर की घटना बेहद दुखद है। मैंने संबंधित मंत्रियों और जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायल लोगों को तुरंत इलाज मिले और किसी को भी चिकित्सा सुविधा के लिए इंतजार न करना पड़े।”
उन्होंने यह भी बताया कि तिरुचिरापल्ली जिले के मंत्री अनबिल महेश को आपात स्तर पर सहयोग देने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही, एडीजीपी को मौके पर कानून-व्यवस्था संभालने और स्थिति पर काबू पाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए।