जयपुर: एसएमएस अस्पताल में 7 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए गए इंस्टीट्यूट ऑफ डर्मेटोलॉजी में जल्द ही मरीजों का इलाज शुरू होने वाला है। फिलहाल, सेंटर में लेजर और कॉस्मेटिक प्रोसीजर की पूरी सुविधा तो मौजूद है, लेकिन आवश्यक क्लियरेंस नहीं मिलने के कारण अभी इसे ऑपरेशन में नहीं लाया जा सका है। यह सेंटर आधुनिक मशीनों और उपकरणों से लैस है और इसमें त्वचा संबंधी लगभग सभी समस्याओं का समाधान उपलब्ध होगा। हालांकि, कॉस्मेटिक प्रोसीजर के लिए मरीजों से एक निश्चित शुल्क लिया जाएगा।
लेजर और कॉस्मेटिक प्रोसीजर सेंटर की खासियतेंनए सेंटर में झड़ते बालों को वापस उगाने, चेहरे के मस्से हटाने, अनचाहे बालों को हटाने और सफेद दाग (विटिलिगो) का इलाज एक्साइमर तकनीक के माध्यम से किया जाएगा। इसके अलावा जन्मजात दाग-धब्बे, टैटू और पिगमेंटेशन का भी उपचार किया जाएगा।
डॉ. दीपक माथुर, चर्म रोग विभागाध्यक्ष, के अनुसार यह देश का पहला और दुनिया का दूसरा ऐसा सेंटर होगा। इससे पहले केवल लंदन में ऐसा केंद्र मौजूद है। सेंटर में प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (PRP) के जरिए बालों की ग्रोथ बढ़ाने और घाव भरने की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
कॉस्मेटिक प्रोसीजर पर शुल्कडॉ. माथुर ने बताया कि कॉस्मेटिक से जुड़े उपचार निशुल्क नहीं होंगे, लेकिन शुल्क प्राइवेट सेक्टर की तुलना में काफी कम होगा। जहां निजी अस्पताल में इस तरह के इलाज पर 50-60 हजार रुपये खर्च होते हैं, वहीं एसएमएस अस्पताल में कॉस्मेटिक सर्जरी की कीमत 3 से 6 हजार रुपये के बीच होगी।
उपलब्ध इलाज की सूचीत्वचा से जुड़ी सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज
- बाल झड़ने का कारण पता करना और उन्हें वापस उगाना
- अनचाहे बाल हटाना
- चेहरे के गड्ढे भरना, मस्से हटाना
- बॉडी टैटू, जन्मजात दाग-धब्बे, पिगमेंटेशन का इलाज
- सामान्य चर्म रोगों का उपचार
सेंटर की तैयारी और भविष्य की योजनासवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि यह सेंटर एडवांस लेजर और कॉस्मेटिक प्रोसीजर की दृष्टि से अत्याधुनिक होगा। यहां डॉक्टर्स को ट्रेनिंग भी दी जाएगी और लगभग सभी प्रकार के चर्म रोगों का इलाज एक ही स्थान पर संभव होगा। मशीनों और उपकरणों की खरीदारी पूरी हो चुकी है, फर्नीचर इंस्टालेशन जारी है और जनवरी 2026 तक सेंटर को शुरू कर दिया जाएगा।