राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित खूबसूरत पहाड़ी पर्यटन स्थल माउंट आबू में शनिवार की सुबह एक अप्रत्याशित घटना ने सभी को चौंका दिया। नक्की झील के किनारे बसे भगवान श्रीराम को समर्पित प्रसिद्ध रघुनाथजी मंदिर में आरती शुरू होने से कुछ ही समय पहले दो जंगली भालू आ पहुंचे। अचानक हुई इस घटना से मंदिर परिसर में मौजूद पुजारी और कर्मचारियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
खाने की तलाश में मंदिर तक पहुंचे भालूजानकारी के अनुसार, सुबह लगभग 6 बजे मंदिर के द्वार खोलने की तैयारियां चल रही थीं, तभी पहाड़ी रास्ते से दो भालू धीरे-धीरे मंदिर परिसर की ओर बढ़े। दोनों भालू कुछ समय तक परिसर के चारों ओर घूमते रहे और आसपास की जगहों को सूंघते हुए मानो खाने की तलाश में लगे रहे। बताया गया कि वे मंदिर के मुख्य द्वार तक भी पहुंच गए थे, जिससे वहां मौजूद लोगों के बीच भय का माहौल बन गया।
पुजारी और कर्मचारियों ने दिखाई सूझबूझसौभाग्य से उस समय मंदिर में श्रद्धालु नहीं थे और केवल पुजारी तथा कुछ कर्मचारी ही मौजूद थे। उन्होंने घबराने के बजाय शांतिपूर्वक लेकिन तत्परता से कदम उठाए। शोर मचाकर, डंडे बजाकर और आवाजें निकालकर उन्होंने दोनों भालुओं को डराया और मंदिर परिसर से बाहर की ओर भगाया। कुछ ही देर में दोनों भालू जंगल की ओर लौट गए, जिससे बड़ी अनहोनी टल गई।
हाल के दिनों में बढ़ी भालुओं की हलचलस्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से माउंट आबू के आसपास के जंगलों में भालुओं की आवाजाही बढ़ी है। अक्सर उन्हें रात या सुबह के समय झील और बस्ती के आसपास देखा जा रहा है। वन विभाग को इसकी जानकारी दी गई है और टीम को सतर्क रहने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटा जा सके।
श्रद्धालुओं में चर्चा का विषय बनी घटनायह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। खास बात यह है कि रघुनाथजी मंदिर माउंट आबू का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां भगवान श्रीराम अकेले विराजमान हैं और रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सुबह की आरती के ठीक पहले हुई इस अप्रत्याशित घटना ने लोगों को हैरान कर दिया, लेकिन सभी ने राहत की सांस ली कि किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।