CM भजनलाल शर्मा ने हेलीकॉप्टर से की गिरिराजजी परिक्रमा, श्रीनाथजी मंदिर में श्रद्धालुओं को पिलाया जल

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने दो दिवसीय धार्मिक और प्रशासनिक दौरे की शुरुआत भरतपुर जिले के डीग उपखंड से की। उन्होंने हेलीकॉप्टर से गिरिराजजी की परिक्रमा कर प्रदेश की समृद्धि और सुख-शांति की कामना की, फिर पूंछरी के लौठा स्थित प्रसिद्ध श्रीनाथजी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से श्रद्धालुओं को जल पिलाकर सेवा भाव का परिचय दिया।

हेलीकॉप्टर से गिरिराजजी की परिक्रमा, श्रीनाथजी मंदिर में पूजा-अर्चना

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को हेलीकॉप्टर द्वारा गिरिराज पर्वत की हवाई परिक्रमा कर पूंछरी के लौठा पहुंचे। यहां उन्होंने श्रीनाथजी मंदिर और मुकुट मुखारविंद मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद उन्होंने श्रद्धालुओं के बीच जाकर स्वयं अपने हाथों से उन्हें शीतल जल पिलाया। मुख्यमंत्री का यह सेवा भाव देख श्रद्धालु गदगद हो उठे। कई ने भावुक होकर उनका आभार भी जताया।

श्रद्धालुओं को जल पिलाने पर उमड़ा जनसैलाब


मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने जैसे ही मुख्यमंत्री को अपने हाथों से जल पिलाते देखा, श्रद्धा और उत्साह का माहौल छा गया। जल सेवा के लिए लोग पंक्तियों में लग गए और कई ने इसे सौभाग्य की संज्ञा दी। मुख्यमंत्री के इस विनम्र और भावनात्मक पहल को सोशल मीडिया पर भी सराहा जा रहा है।

भाजपा कार्यकर्ताओं और अधिकारियों ने किया स्वागत

मुख्यमंत्री के डीग आगमन पर स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं और जिला प्रशासन की ओर से भव्य स्वागत किया गया। डीग हेलीपैड पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, कामां विधायक नौक्षम चौधरी, वैर विधायक बहादुर सिंह कोली और भरतपुर संभागीय आयुक्त डॉ. टीना सोनी समेत कई वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

गुरुपूर्णिमा पर भरतपुर के हनुमान मंदिर में करेंगे गुरुओं का सम्मान


मुख्यमंत्री गुरुवार को गुरुपूर्णिमा के अवसर पर भरतपुर के लुधावई स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पहुंचेंगे, जहां वे गुरुओं का सम्मान करेंगे और क्षेत्रीय कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। उनके इस दौरे के दौरान जनसंपर्क और प्रशासनिक समीक्षा बैठकों का भी आयोजन प्रस्तावित है।

सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद


मुख्यमंत्री के धार्मिक दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। श्रीनाथजी मंदिर परिसर और गिरिराज परिक्रमा मार्ग पर पुलिस बल और प्रशासनिक अमला तैनात रहा। लोगों की भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं रही, बल्कि यह सेवा, विनम्रता और जनता से सीधे जुड़ाव का प्रतीक बन गई। गिरिराजजी की परिक्रमा और जल सेवा जैसी पहल ने उन्हें जनता के और करीब ला दिया है। यह दौरा प्रशासनिक सक्रियता और धार्मिक आस्था के समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरा है।