सेंसेक्स 247 अंक गिरा, मिडकैप और स्मॉलकैप में दिखी मजबूती, आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर दबाव में

सोमवार, 14 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार का कारोबार काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा। प्रमुख सूचकांकों में कमजोरी देखी गई, लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेशकों ने जमकर खरीदारी की, जिससे इन श्रेणियों में मजबूती देखने को मिली। कारोबारी सत्र के अंत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 247.01 अंक या 0.30 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,253.46 पर बंद हुआ, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 67.55 अंक या 0.27 प्रतिशत टूटकर 25,082.30 के स्तर पर रहा।

मिडकैप और स्मॉलकैप में बनी रही रफ्तार

हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बाजार की धारणा काफी सकारात्मक रही। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 410.35 अंक या 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,052.55 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 191.50 अंक यानी 1.02 प्रतिशत बढ़कर 18,954.95 के स्तर पर पहुंच गया। इससे संकेत मिलता है कि निवेशक लार्जकैप से हटकर अब मिड और स्मॉल कंपनियों में अधिक रुचि ले रहे हैं।

सेक्टोरल स्तर पर देखा जाए तो ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, मीडिया और एनर्जी सेक्टर के इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए, जो इन क्षेत्रों में निवेशकों की रुचि का संकेत है। इसके उलट, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज और प्राइवेट बैंक इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई।

टॉप गेनर्स और लूजर्स

सेंसेक्स के शेयरों में इटरनल (जोमैटो), टाइटन, आईटीसी, सन फार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M), टाटा स्टील, अदाणी पोर्ट्स, एसबीआई, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक ने बढ़त दर्ज की। वहीं दूसरी ओर एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टीसीएस, एलएंडटी, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे शेयर नुकसान में रहे।

विश्लेषकों की राय: वैश्विक दबाव और आय रिपोर्टों की भूमिका

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल निवेशकों के बीच अनिश्चितता का माहौल है। पीएल कैपिटल के प्रमुख विश्लेषक विक्रम कसात ने बताया कि कॉरपोरेट आय में कमजोरी और वैश्विक ट्रेड के अस्थिर संकेतों के चलते बाजार में बिकवाली देखी गई। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि आईटी सेक्टर में कमजोरी आने वाले समय में भी बनी रह सकती है, हालांकि चुनिंदा शेयरों में खरीदारी बाजार को कुछ सहारा दे सकती है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के विश्लेषक रूपक डे ने कहा कि भारतीय और अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आंकड़ों के आने से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं, जिससे बाजार में दबाव महसूस किया गया।

कारोबार की शुरुआत भी रही कमजोर


सोमवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत ही कमजोर रही थी। सुबह 9:36 बजे सेंसेक्स 375 अंक या 0.46 प्रतिशत गिरकर 82,131 पर और निफ्टी 95 अंक या 0.38 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,054 पर कारोबार कर रहा था।

शेयर बाजार में फिलहाल अस्थिरता का दौर बना हुआ है। जहां लार्जकैप में दबाव है, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में उम्मीद की किरण नजर आ रही है। निवेशकों की निगाहें अब भारत और अमेरिका के महंगाई के आंकड़ों पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस सप्ताह भी बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा और निवेशकों को सतर्क रहकर रणनीति बनानी होगी।