महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी भाषा को लेकर सियासी तापमान एक बार फिर से चढ़ गया है। एक ओर जहां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे मराठी अस्मिता का झंडा बुलंद कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज ठाकरे की सोच पर सवाल उठाते हुए बेहद स्पष्ट और सख्त लहजे में अपनी बात रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा – राज ठाकरे को लगता है कि मराठी सिर्फ वही हैं, लेकिन भाईसाहब, हम भी मराठी हैं। हमें 51 फीसदी जनता ने चुना है, हमें जनादेश मिला है, और हमारी मराठी अस्मिता भी उतनी ही मजबूत है। मराठी समाज हमारे साथ है, जनता हमारे साथ है।
मराठी भाषा पर गर्व, लेकिन गुंडागर्दी नहीं चलेगीसीएम फडणवीस मीरा रोड की उस शर्मनाक घटना पर बोल रहे थे, जहां मराठी न बोलने पर एमएनएस कार्यकर्ताओं ने एक मिठाई की दुकान के मालिक की पिटाई कर दी थी। उन्होंने कहा – “मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, ये हमारी पहचान है, लेकिन अगर कोई इसी गर्व की आड़ में गुंडागर्दी करेगा, मारपीट करेगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, जो भाषा के नाम पर हिंसा फैलाएगा, कानून उसके खिलाफ पूरी सख्ती से पेश आएगा। पुलिस ने घटना पर एफआईआर दर्ज कर ली है और भविष्य में भी ऐसा कोई करता है तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
हिंदी से बैर और अंग्रेज़ी से प्यार?मुख्यमंत्री ने आगे कहा – “मुझे तो हैरानी होती है कि कुछ लोग अंग्रेज़ी को तो गले लगा लेते हैं, लेकिन हिंदी के नाम पर विवाद खड़ा करते हैं। ये कैसी दोहरी सोच है? भारत की हर भाषा आदर की पात्र है, चाहे वो मराठी हो या हिंदी। और जो कानून हाथ में लेगा, उसके खिलाफ एक्शन तय है।”
एमएनएस कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज, दिए गए नोटिसआपको बता दें कि 28 जून को मीरा रोड के जोधपुर स्वीट्स के मालिक से सिर्फ इसलिए मारपीट की गई क्योंकि उन्होंने मराठी बोलने से इनकार कर दिया था। इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी। काशीमीरा पुलिस ने इस मामले में सात एमएनएस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर नोटिस थमाकर छोड़ा। आरोपियों पर दंगा, धमकी और मारपीट के आरोप में केस दर्ज किया गया है।