राजा रघुवंशी मर्डर केस में मेघालय पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने 790 पन्नों की चार्जशीट अदालत में दाखिल की है। इस चार्जशीट में सोनम रघुवंशी, उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा और उनके तीन साथियों—आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी और विशाल सिंह चौहान—को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने यह दस्तावेज़ सोहरा सब-डिवीजन के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास की अदालत में प्रस्तुत किया।
आरोपियों की गिरफ्तारी और धाराएंसभी पांचों आरोपियों को पहले ही हिरासत में ले लिया गया था और वर्तमान में वे न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस ने इन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (I) हत्या, धारा 238 (a) सबूत मिटाने और धारा 61 (2) आपराधिक साज़िश जैसे गंभीर अपराधों के तहत केस दर्ज किया है।
ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सईम ने बताया कि जांच अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद तीन और लोगों के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इनमें प्रॉपर्टी डीलर सीलोम जेम्स, इंदौर का मकान मालिक लेकेंद्र तोमर और सिक्योरिटी गार्ड बलबीर अहीरबार शामिल हैं। ये तीनों पहले गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन जमानत पर रिहा हैं। इन पर सबूत छिपाने और नष्ट करने का आरोप लगाया गया था।
शादी से हत्या तक की पूरी कहानी29 वर्षीय राजा रघुवंशी और 24 वर्षीय सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में धूमधाम से हुई थी। लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया कि सोनम इस रिश्ते से खुश नहीं थी। वह परिवार के फर्नीचर व्यवसाय में काम करने वाले अकाउंटेंट राज कुशवाहा को पसंद करती थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद उसने अपने पति की हत्या की साजिश रच डाली।
20 मई को सोनम रघुवंशी अपने पति राजा को हनीमून के बहाने मेघालय लेकर गई। 23 मई को दोनों अचानक लापता हो गए। कई दिनों की खोजबीन के बाद 2 जून को राजा का शव बरामद हुआ। इस बीच पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा, जबकि सोनम ने उत्तर प्रदेश में आत्मसमर्पण कर दिया। हत्या के बाद वह इंदौर लौटकर वहीं छिपी हुई थी।
जांच का अगला चरणपुलिस की विस्तृत चार्जशीट से साफ है कि यह हत्या पूर्वनियोजित और सोची-समझी योजना का हिस्सा थी। SIT अब उन लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है, जिन्होंने इस पूरी साजिश को अंजाम देने में अप्रत्यक्ष रूप से मदद की।