भोपाल में मचा घमासान, 100 करोड़ की जमीन पर हाईटेक गौशाला या फिर कब्रिस्तान!, हिंदू-मुस्लिम आमने-सामने

बीते कुछ दिनों से भोपाल के कोलार क्षेत्र स्थित अकबरपुर की एक जमीन को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। मामला उस वक्त तूल पकड़ गया जब वहां हाईटेक गौशाला के लिए भूमि पूजन किया गया। शुरुआत में तो माहौल शांत था, लेकिन जैसे ही पूजा संपन्न हुई, मुस्लिम पक्ष सामने आ गया और दावा किया कि जिस जमीन पर पूजा हुई है, वह दरअसल कब्रिस्तान की ज़मीन है। यह वही ज़मीन है जिसकी कीमत लगभग 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह विवाद अब धार्मिक और राजनीतिक रंग ले चुका है।

क्या है पूरा मामला?

indiatv की रिपोर्ट के अनुसार इस जमीन पर दावा कर रहे कांग्रेस नेता अश्विनी श्रीवास्तव का कहना है कि वह इस पर एक अत्याधुनिक गौशाला बनाना चाहते हैं ताकि बेसहारा गायों को एक सुरक्षित ठिकाना मिल सके। लेकिन दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष इस जमीन को कब्रिस्तान बताते हुए विरोध कर रहा है। ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी की ओर से पुराने दस्तावेज पेश किए जा रहे हैं, जिनमें ज़मीन को वक्फ संपत्ति बताया गया है।

इस विरोध के दौरान एक भावनात्मक प्रदर्शन भी देखने को मिला, जिसमें कुछ युवाओं को कफन में लपेटकर सड़क पर लेटाया गया और प्रतीकात्मक अर्थी के जरिए विरोध जताया गया। बैनरों पर लिखा गया – गुम होते जा रहे कब्रिस्तान, कहां दफन करें ज़िंदा इंसान, कहां गया ये कब्रिस्तान – ज़मीन खा गई या आसमान? यह दृश्य हर किसी को सोचने पर मजबूर कर गया।

'आंदोलन और कोर्ट की तैयारी में मुस्लिम पक्ष'

मुस्लिम त्योहार कमेटी के संरक्षक शमशुल हसन बल्ली ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि कुछ भू-माफिया स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा को गुमराह कर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वे इस मुद्दे को लेकर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उनका मानना है कि अगर यहां गौशाला बनी, तो यह कब्रिस्तान की पवित्रता के साथ बड़ा खिलवाड़ होगा और इससे इलाके में गंदगी भी फैलेगी।

BJP विधायक रामेश्वर शर्मा की प्रतिक्रिया


इस मामले पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का भी बयान आया है। उन्होंने दावा किया कि यह जमीन पूरी तरह से सरकारी है और नवाबी दौर में यहां हिंदू बच्चों को दफनाया जाता था। उन्होंने मुस्लिम पक्ष के दावों को खारिज करते हुए कहा – यह उनके अब्बा की ज़मीन नहीं है, यहां गौशाला ही बनेगी।

स्थानीय लोगों की क्या है राय?

स्थानीय लोग इस पूरे विवाद से बेहद नाराज़ हैं। उनका कहना है कि वे बीते 15-20 वर्षों से इस इलाके में रह रहे हैं, लेकिन उन्होंने आज तक इस जमीन पर किसी भी कब्र को नहीं देखा। बच्चों के खेलने की जगह पर अब कब्रिस्तान का दावा करना उन्हें अजीब लग रहा है। लोगों का कहना है कि – यह जगह तो वर्षों से वीरान पड़ी थी, अगर इसे गौशाला बनाया जाए तो जानवरों की सेवा भी हो सकेगी और जमीन का सदुपयोग भी।

कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की एंट्री


भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है और भाजपा विधायक इस पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। मसूद ने वक्फ संपत्तियों की रक्षा के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की बात भी कही है।