फतेहपुर तगा और धौज के बाद अब आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल का तीसरा ठिकाना खोरी जमालपुर गांव में सामने आया है। जांच एजेंसियों के अनुसार, मुजम्मिल ने यहाँ कश्मीरी फलों का व्यापार करने का बहाना बनाकर किराये का मकान लिया था। यह मकान गांव के पूर्व सरपंच जुम्मा से किराए पर लिया गया था। खबरों के अनुसार, मुजम्मिल ने कई बार इस मकान पर “डॉक्टर साइन” लगाकर खुद भी आया-जाया किया।
पूर्व सरपंच ने बताया कि मुजम्मिल ने उनसे अपने बहाने के तहत मुलाकात भी की थी। उनके भतीजे का कैंसर था और मुजम्मिल ने उनसे भतीजे के इलाज के लिए संपर्क किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह कश्मीर से फल लाकर यहां के बाजार में बेचेंगे। जांच एजेंसी को इस मकान से फिलहाल कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली। मुजम्मिल अप्रैल से जुलाई 2025 के बीच इस मकान में आता-जाता रहा। एनआईए की कार्रवाई और नई जानकारियां
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एनआईए की टीम ने सोमवार रात आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल को अल फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार किया था। वह कई वर्षों से यूनिवर्सिटी में रह रहा था और वहां आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों को संचालित कर रहा था। पूछताछ के दौरान एजेंसियों को लगातार नई जानकारियां मिल रही हैं, जो उसकी आतंकी साजिश की तह तक पहुंचने में मदद कर रही हैं।
डॉक्टर मुजम्मिल को 11 नवंबर, 2025 को फरीदाबाद में उसके किराए के कमरे से 360 किलो विस्फोटक बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी 10 नवंबर की लाल किले के पास i20 कार में हुए ब्लास्ट से जुड़ी है, जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे। अधिकारियों के अनुसार, यह ब्लास्ट एक बड़ी सीरियल ब्लास्ट साजिश का हिस्सा माना जा रहा है।