सोनिया गांधी अस्पताल से डिस्चार्ज, मां को लेने खुद पहुंचे राहुल गांधी

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी को गुरुवार को नई दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बीते रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर उन्हें भर्ती कराया गया था। सोनिया गांधी की सेहत में अब सुधार है और डॉक्टरों ने उन्हें विशेष डाइट पर रखने की सलाह दी है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के वक्त उनके बेटे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद उन्हें लेने पहुंचे।

सोनिया गांधी की तबीयत में सुधार

78 वर्षीय सोनिया गांधी की तबीयत अचानक खराब होने के बाद गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या के कारण उन्हें सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके इलाज की निगरानी प्रसिद्ध गैस्ट्रो सर्जन डॉ. समीरन नंदी कर रहे थे। अस्पताल की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि उनकी हालत अब स्थिर है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में विशेष डाइट पर रखा गया है।

डॉ. अजय स्वरूप ने जानकारी दी कि सोनिया गांधी को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और उन्हें घर पर आराम की सलाह दी गई है।

राहुल गांधी ने निभाई जिम्मेदारी

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सोनिया गांधी को लेने के लिए राहुल गांधी खुद अस्पताल पहुंचे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह अपनी मां की सेहत को लेकर बेहद सतर्क और संवेदनशील हैं। अस्पताल परिसर में राहुल गांधी की मौजूदगी को मीडिया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नोटिस किया।

पहले भी हो चुकी हैं भर्ती

यह पहली बार नहीं है जब सोनिया गांधी को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया हो। उनकी उम्र और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई बार अस्पताल जाना पड़ा है। इसी साल 20 फरवरी 2025 को भी वह स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती हुई थीं।

उनकी आखिरी सार्वजनिक उपस्थिति 13 फरवरी को संसद भवन में देखी गई थी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आई थीं।

सोनिया गांधी का राजनीतिक सफर

सोनिया गांधी 2004 से 2014 तक कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष रहीं और उनके नेतृत्व में पार्टी ने 2004 और 2009 के आम चुनावों में सफलता हासिल की थी। उनके कार्यकाल में डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में केंद्र में दो बार यूपीए सरकार बनी।

वह सात बार उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सांसद चुनी गईं और एक बार कर्नाटक के बेल्लारी से भी चुनाव जीता। वर्तमान में वह राज्यसभा की सदस्य हैं।

सोनिया गांधी की तबीयत अब स्थिर है और डॉक्टरों की सलाह के अनुसार उन्हें विशेष डाइट और आराम की आवश्यकता है। कांग्रेस पार्टी और उनके समर्थकों के लिए यह राहत की खबर है। राहुल गांधी द्वारा स्वयं मां को अस्पताल से ले जाना एक भावुक क्षण रहा, जिससे एक बार फिर यह दर्शाया गया कि राजनीति के अलावा उनका पारिवारिक जीवन भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि सोनिया गांधी शीघ्र पूरी तरह स्वस्थ होकर सक्रिय राजनीति में फिर से सक्रिय होंगी।