दिल्ली धमाका अपडेट: लाल किला तीन दिन तक रहेगा बंद, मेट्रो स्टेशन भी सील; कई रूटों पर ट्रैफिक रोका गया, जानिए पूरी जानकारी

राजधानी दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर) की शाम एक तेज धमाके ने पूरे शहर को दहला दिया। लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास एक चलती कार में विस्फोट होने से अफरा-तफरी मच गई। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाकों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। मौके पर तुरंत दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ते और फॉरेंसिक टीम पहुंची और इलाके को पूरी तरह घेर लिया गया। फिलहाल जांच जारी है। सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने लाल किला तीन दिनों तक आम लोगों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है।

नेताजी सुभाष मार्ग से लेकर कई रूटों पर ट्रैफिक प्रभावित

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मंगलवार (11 नवंबर) को कई सड़कों पर यातायात प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। नेताजी सुभाष मार्ग के दोनों ओर की लेन और सर्विस रोड को फिलहाल बंद किया गया है। चट्टा रेल कट से लेकर सुभाष मार्ग कट तक किसी भी वाहन को गुजरने की अनुमति नहीं है।

सुबह 6 बजे से अगले आदेश तक यह प्रतिबंध प्रभावी रहेगा। पुलिस ने दिल्लीवासियों और यात्रियों को सलाह दी है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें ताकि अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके।

धमाके के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। संवेदनशील इलाकों जैसे आईजीआई एयरपोर्ट, संसद भवन, इंडिया गेट और सीमाई इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। हर वाहन की बारीकी से जांच की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन को दें।

लाल किला 3 दिन तक आम लोगों के लिए बंद

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने सुरक्षा की दृष्टि से लाल किला तीन दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है। इस अवधि में कोई पर्यटक या स्थानीय नागरिक किला परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम पूरी तरह एहतियातन है, जिससे जांच और सुरक्षा व्यवस्था में कोई बाधा न आए।

पुलिस और जांच एजेंसियां जुटीं सबूत इकट्ठा करने में

डीसीपी नॉर्थ राजा बंथिया ने जानकारी दी कि इस मामले में यूएपीए, विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ एफएसएल (Forensic Science Laboratory) और एनएसजी (National Security Guard) की विशेष टीमें शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि “जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, इसलिए किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। टीम हर संभव सबूत जुटाने में लगी हुई है। एलएनजेपी अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है। अब तक 5 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है और 6 की पहचान हो गई है, जबकि कुछ शव अभी अज्ञात हैं।”