कड़ाके की ठंड से NMCH इमरजेंसी में मरीजों की भीड़, 30 बेड पर 50 से अधिक भर्ती

पटना सिटी: राजधानी में लगातार कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) की इमरजेंसी में मरीजों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है। सबसे ज्यादा हृदय रोग, लकवा और सांस की तकलीफ से पीड़ित मरीज अस्पताल पहुंचे हैं। इनके साथ मधुमेह और उच्च रक्तचाप की समस्या भी गंभीर रूप में देखी गई।

मरीजों की बढ़ती संख्या और चिकित्सकीय सक्रियता

जागरण की खबर के अनुसार मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण मंगलवार को चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी अपनी पूरी सक्रियता के साथ जुटे हुए थे। इमरजेंसी समेत अन्य विभागों में कुल 42 नए मरीज भर्ती किए गए। इमरजेंसी की सीमित जगह और मरीजों के साथ स्वजनों की उपस्थिति के कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।

बेड की कमी और शिफ्टिंग की गुहार

स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि इमरजेंसी के सभी बेड पूरी तरह भरे हुए हैं। एक भी मरीज के लिए खाली बेड उपलब्ध नहीं है। इसलिए, राउंड पर आने वाले चिकित्सकों से कुछ मरीजों को वार्ड में शिफ्ट करने की अपील की जा रही है ताकि नए मरीजों के लिए बेड तैयार किए जा सकें।

ओपीडी में भी बढ़ा दबाव

NMCH के विभिन्न विभागों की ओपीडी में मंगलवार को लगभग 1600 मरीज पहुंचे। इनमें औषधि विभाग में 286 मरीज सर्वाधिक थे। विभागाध्यक्ष डॉ. प्रो. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इमरजेंसी में सबसे ज्यादा लकवा, सांस की तकलीफ और हृदय रोग के मरीज आ रहे हैं। उन्होंने मरीजों और उनके स्वजनों से अपील की कि ठंड में मधुमेह और रक्तचाप की दवा नियमित रूप से लें, जांच कराते रहें, खान-पान पर ध्यान दें और अत्यधिक ठंड में अनावश्यक बाहर जाने से बचें।

अतिरिक्त बेड और ट्रॉली पर भर्ती

इमरजेंसी के गलियारे और रास्तों पर अतिरिक्त बेड और ट्रॉली लगाकर मरीजों को भर्ती किया गया है। कुछ मरीज जमीन पर बैठे अपने बेड का इंतजार कर रहे थे। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि वार्ड में शिफ्ट किए जाने से खाली हुए बेड जमीन पर बैठे मरीजों को दिए जा रहे हैं। मरीजों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त कंबल उपलब्ध कराए गए हैं, वहीं ब्लोअर और हीटर भी जगह-जगह लगाए गए हैं।

सीमित जगह में अधिक मरीज

NMCH के पुराने भवन में 30 बेड वाली इमरजेंसी है, लेकिन कम जगह और पुरानी व्यवस्था के बावजूद पचास से अधिक मरीज भर्ती किए गए हैं। नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है।

नई इमरजेंसी की आवश्यकता


अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों का कहना है कि मरीजों की इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए कम से कम 200 बेड क्षमता वाली नई इमरजेंसी का निर्माण यथाशीघ्र आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में लगातार सुझाव और अनुरोध दिए जा रहे हैं।