खगड़िया में दिल दहला देने वाली वारदात, बेटे ने हथौड़े से मां की हत्या की, फिर चुपचाप कर दिया अंतिम संस्कार

बिहार के खगड़िया जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। परबत्ता थाना क्षेत्र के खीराडीह गांव में एक बेटे ने कथित तौर पर अपनी ही मां की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोप है कि आरोपी ने हथौड़े से ताबड़तोड़ वार कर मां की जान ली और इसके बाद परिवार की मिलीभगत से शव का गुपचुप तरीके से दाह-संस्कार भी कर दिया। इस वारदात के बाद पूरे गांव में भय और सन्नाटे का माहौल बना हुआ है।

मृतका की पहचान, आरोपी पुलिस हिरासत में


मृत महिला की पहचान घनश्याम मंडल की 60 वर्षीय पत्नी उड़मी देवी के रूप में हुई है। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने का आरोप उनके बेटे मंटू मंडल पर लगा है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मंटू मंडल तीन भाइयों और दो बहनों में से एक है। वह अपने माता-पिता के साथ ही रहता था, जबकि उसकी पत्नी फिलहाल मायके में रह रही है। उसके अन्य दोनों भाई अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं और दोनों बहनों की शादी हो चुकी है।

घटना की रात क्या हुआ था

जागरण की खबर के अनुसार, यह वारदात मंगलवार रात को हुई। उस समय आरोपी का पिता घनश्याम मंडल घर पर मौजूद नहीं था। बताया जा रहा है कि मंटू मंडल ने किसी बहाने अपने पिता को घर से बाहर भेज दिया था। घर में मां-बेटा ही थे। इसी दौरान उड़मी देवी अपने बेटे के सिर में तेल मालिश कर रही थीं। इसी बीच किसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और गुस्से में आकर मंटू ने हथौड़े से मां पर लगातार वार कर दिए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

पहले भी होते थे मां-बेटे में विवाद

स्थानीय लोगों के मुताबिक, मां और बेटे के बीच आए दिन किसी न किसी बात को लेकर झगड़ा होता रहता था। हालांकि, किसी को यह अंदाजा नहीं था कि यह विवाद इतना भयावह रूप ले लेगा। घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के बजाय शव का दाह-संस्कार कर दिया, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया।

देर से पहुंची पुलिस, कई सवाल खड़े

घटना की जानकारी परबत्ता थाना पुलिस को बुधवार दोपहर मिली। सूचना मिलते ही प्रभारी थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार पुलिस बल के साथ खीराडीह गांव पहुंचे। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि उड़मी देवी का अंतिम संस्कार पहले ही किया जा चुका है। पुलिस ने तत्काल घर पर मौजूद आरोपी मंटू मंडल को हिरासत में ले लिया और देर शाम तक उसके घर पर कैंप कर पूरे मामले की बारीकी से जांच की जाती रही।

एफएसएल टीम जांच में जुटी, घर किया गया सील

प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना के हर पहलू की जांच की जा रही है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस को समय पर सूचना क्यों नहीं दी गई और शव का अंतिम संस्कार इतनी जल्दी क्यों कर दिया गया। इन सभी बिंदुओं पर पुलिस गहन छानबीन कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस को घर के आसपास खून के धब्बे मिले हैं, जिसके बाद मकान को सुरक्षित कर पुलिस निगरानी में रखा गया है।

मानसिक बीमारी का दावा, पर सबूत नदारद

पुलिस के अनुसार, गांव के कुछ लोग आरोपी मंटू मंडल को मानसिक रूप से अस्वस्थ बता रहे हैं। हालांकि, उसके इलाज या मानसिक बीमारी से जुड़ा कोई ठोस दस्तावेज अब तक सामने नहीं आया है। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी का व्यवहार कई बार सनकी जैसा हो जाता था। घटना स्थल का निरीक्षण गोगरी के एसडीपीओ अखिलेश कुमार ने भी किया है।

पुलिस का बयान

एसडीपीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपी को हिरासत में लिया गया है और प्रारंभिक जांच में शव के दाह-संस्कार की पुष्टि हुई है। पुलिस के गांव पहुंचने की भनक लगते ही कुछ स्वजन फरार बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों को जोड़कर पूरे मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।