बिहार में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा, जानकी मंदिर दर्शन के बाद सरकार पर वोट चोरी का लगाया आरोप

बिहार में महागठबंधन की ओर से चल रही वोटर अधिकार यात्रा लगातार राजनीतिक हलचल पैदा कर रही है। इस यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कर रहे हैं। गुरुवार (28 अगस्त, 2025) को यात्रा के 12वें दिन राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव और जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव भी मौजूद रहे। तीनों नेताओं ने सीतामढ़ी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने एक दिन पहले ही इस मंदिर में दर्शन करने की इच्छा जताई थी, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अनुमति नहीं दी थी। आखिरकार अगले ही दिन उन्हें मंदिर जाने का अवसर मिल गया।

राहुल गांधी का सरकार पर सीधा वार


सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने लोगों को उनके ऐतिहासिक संघर्ष की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “आजादी से पहले आपको अछूत कहा जाता था, और आज भी ये ताकतें आपके अधिकार छीनने की कोशिश कर रही हैं।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार गरीबों की आवाज़ को दबाने और उनके वोट चोरी करने का काम कर रही है।

उन्होंने साफ कहा कि इस लड़ाई में कोई अमीर आदमी शामिल नहीं है, यह पूरी तरह गरीबों और वंचितों की जंग है। राहुल गांधी ने भरोसा दिलाया कि विपक्ष मिलकर इस साजिश को नाकाम करेगा।

वोट चोरी का बड़ा आरोप

अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने एक चौंकाने वाला दावा भी किया। उन्होंने कहा, “छोटे-छोटे बच्चे मेरे पास आकर कान में कहते हैं कि बीजेपी वोट चोरी कर रही है।”

राहुल गांधी ने यह भी जोड़ा कि अभी तक विपक्ष ने केवल कर्नाटक के सबूत पेश किए हैं, लेकिन आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव समेत कई राज्यों के प्रमाण भी जनता के सामने रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा वोट चोरी के सहारे चुनाव जीतती है और विपक्ष इसका पर्दाफाश करेगा। भाषण का समापन उन्होंने नारे के साथ किया—“जय बिहार, जय हिंद।”

बिहार की जनता की राजनीति समझ सबसे गहरी: राहुल

राहुल गांधी ने सभा में यह भी कहा कि उन्हें बिहार में यात्रा कर बेहद आनंद आ रहा है। उनके मुताबिक, “किसी और राज्य में मुझे इतना मज़ा नहीं आया जितना बिहार में। यहां के लोगों की राजनीतिक समझ अलग ही स्तर की है।”

बता दें कि इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में विपक्ष की यह यात्रा चुनावी रणनीति के लिहाज़ से बेहद अहम मानी जा रही है। महागठबंधन इस अभियान के ज़रिए जनता को जोड़ने और सत्तारूढ़ दल पर दबाव बनाने की कोशिश में है।