बरात से लौट रही बस भीषण हादसे का शिकार, पुल की रेलिंग से टकराई, एक युवक की मौत; कई गंभीर रूप से घायल

बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी इलाके से बरात से लौट रही एक बस सोमवार तड़के बड़े हादसे की चपेट में आ गई। दीपनगर थाना क्षेत्र स्थित कंचनपुर पुल के पास बस अचानक अनियंत्रित हो गई और तेज रफ़्तार में पुल की रेलिंग से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वाहन का आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। शुरुआती जानकारी के अनुसार, ड्राइवर को झपकी आने से यह दुर्घटना हुई।

इस दर्दनाक घटना में भैरो बिगहा गांव के निवासी सिद्धेश्वर प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं लगभग एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें 35 वर्षीय मंटू कुमार, 50 वर्षीय अजय प्रसाद, 79 वर्षीय सुशांत कुमार, 25 वर्षीय सोनी कुमारी और संतोष कुमार सहित कई यात्रियों की हालत गंभीर बताई गई है।

बस में कुल 50 से अधिक लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि वे सभी अर्जुन प्रसाद की पुत्री के विवाह समारोह में शामिल होकर काशीचक लौट रहे थे। घायलों के अनुसार, जैसे ही बस ने कंचनपुर पुल पार करना शुरू किया, अचानक जोरदार झटका लगा और कई यात्री आगे की ओर गिर पड़े। ड्राइवर के केबिन में बैठे लोग सामने का शीशा टूटने के कारण नीचे सड़क पर जा गिरे। जो व्यक्ति बस की छत पर बैठा था, टक्कर के बाद करीब 40 फीट नीचे ओवरब्रिज के नीचे जा गिरा और मौके पर ही उसकी जान चली गई।

घटना के तुरंत बाद मची अफरा-तफरी

धमाके जैसी आवाज सुनते ही कंचनपुर और आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े। लोगों ने मिलकर घायलों को बाहर निकाला और सड़क पर फैली भीड़ के बीच प्राथमिक सहायता देने की कोशिश की। इसी दौरान चोरसुवा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर गश्त कर रही पावापुरी पुलिस टीम भी तेजी से दुर्घटनास्थल पर पहुंची। पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों ने सभी गंभीर रूप से जख्मी यात्रियों को तुरंत भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी भेजा।

अस्पताल पहुंचते ही आपातकालीन वार्ड में डॉक्टरों और नर्सों की टीम को अलर्ट कर दिया गया। कई घायलों के सिर, कंधे और पैरों पर गहरी चोटें आई हैं। अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ. अजय कुमार के अनुसार, हालात की गंभीरता देखते हुए अतिरिक्त डॉक्टरों को बुलाया गया और घायलों का तुरंत इलाज शुरू किया गया।

एंबुलेंस में हुई देरी, ग्रामीणों ने जताई नाराज़गी

स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद पुलिस तो पहुंच गई, लेकिन एंबुलेंस लगभग आधे घंटे बाद घटनास्थल के पास पहुंची। इस देरी से लोगों में नाराज़गी भी देखी गई। पावापुरी पुलिसकर्मियों ने किसी तरह उपलब्ध वाहनों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने कहा कि एंबुलेंस मदद करने पहुंची जरूर, लेकिन घायलों को पहले ही अस्पताल भेज दिया गया था।

पुलिस ने बस हटवाई, जांच जारी


दीपनगर थाना पुलिस ने क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त बस को सड़क किनारे हटाकर आवागमन बहाल कराया। साथ ही बस चालक, वाहन की तकनीकी खराबी, ओवरलोडिंग और ड्राइवर की स्थिति की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, हादसे के समय बस में 50 से अधिक लोग मौजूद थे और अचानक ब्रेक लगने से बस अनियंत्रित होकर रेलिंग से भिड़ गई।

जैसे-जैसे यह घटना गांवों और शहर के बीच फैली, अस्पताल में परिजनों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग अपने रिश्तेदारों की तलाश में इमरजेंसी, मेल वार्ड, फीमेल वार्ड और अन्य यूनिटों में इधर-उधर दौड़ते नजर आए। हादसे ने पूरे इलाके में दहशत और शोक का माहौल पैदा कर दिया है।