लक्ष्मण ने चुनी वनडे सीरीज के लिए अंतिम एकादश, भुवनेश्वर ने बताया कैसी रहेगी उनकी भूमिका

भारत और श्रीलंका के बीच 13 जुलाई से तीन मैच की वनडे और इसके तीन मैच की टी20 सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम के अधिकतर अनुभवी खिलाड़ियों के टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड में होने से श्रीलंका दौरे पर युवा टीम आई है। कप्तानी बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के पास है। इस बीच, भारत के पूर्व स्टाइलिश बल्लेबाज व कमेंटेटर वीवीएस लक्ष्मण ने वनडे सीरीज के लिए भारत की अंतिम एकादश चुनी है। लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में यह ऐलान किया। लक्ष्मण ने 20 सदस्यीय टीम में से नितिश राणा, देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, कृष्णप्पा गौतम, चेतन सकारिया, वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर व नवदीप सैनी को अपनी अंतिम एकादश से बाहर रखा।

अंतिम एकादश (बल्लेबाजी क्रम में) : शिखर धवन, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), मनीष पांडे, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल।


पहली बार उपकप्तान का रोल निभाएंगे भुवनेश्वर

श्रीलंका दौरे पर दाएं हाथ के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को उप कप्तान बनाया गया है। भुवनेश्वर का मानना है कि उनकी भूमिका सीमित ओवरों की आगामी सीरीज के दौरान दूसरे खिलाड़ियों को ‘उनके कौशल और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार’ में मदद करने की होगी। भारत के लिए 117 वनडे में 138 विकेट लेने वाले भुवनेश्वर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘‘हां, कागजों पर यह मेरी भूमिका (उप-कप्तान) है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे चीजें बदलेगी। मुझे लगता है कि एक अनुभवी खिलाड़ी होने के नाते मेरी भूमिका दूसरे खिलाड़ियों के कौशल और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए मदद करने की होगी।


‘मैं भाग्यशाली हूं कि राहुल द्रविड़ कोच हैं’

31 वर्षीय भुवनेश्वर ने कहा कि मैं हमारे कोच राहुल द्रविड़ के खिलाफ खेल चुका हूं और जब मैं आरसीबी में शामिल हुआ था तब वे टीम का हिस्सा थे। मेरे दिमाग में उनके साथ उस समय की कोई खास यादें नहीं है, लेकिन जब मैं एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) गया था तब हमने कुछ बातचीत की थी। मैं भाग्यशाली हूं कि वे कोच हैं। युवा खिलाड़ी भारत ए के लिए उनकी देखरेख में खेले हैं इसलिए, हम उनकी निगरानी में काम करना चाहते हैं और उनके दिमाग को पढ़ना चाहते हैं। हम यह समझना चाहते हैं कि वे इतने लंबे समय तक उस स्तर पर चीजों को कैसे प्रबंधित करते हैं।