
भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में शुमार विराट कोहली ने एक ऐसा संकेत दिया है, जिससे करोड़ों फैंस की धड़कनें तेज हो गई हैं। टेस्ट क्रिकेट में भारत की अगुवाई करते हुए जिन रिकॉर्ड्स को उन्होंने छुआ, वे अब इतिहास बनने के करीब हैं। बताया जा रहा है कि कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली अगली टेस्ट सीरीज से पहले बीसीसीआई को अपने संन्यास की मंशा जाहिर कर दी है। यह फैसला ऐसे समय सामने आया है जब टीम इंडिया एक नए युग में कदम रख रही है—जहां कई सीनियर खिलाड़ी पहले ही खेल को अलविदा कह चुके हैं, और अगली पीढ़ी जिम्मेदारी संभालने को तैयार है। अगर कोहली का यह निर्णय अंतिम होता है, तो यह न केवल एक दिग्गज बल्लेबाज़ के युग का अंत होगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट के सबसे स्वर्णिम अध्यायों में से एक का समापन भी होगा। कोहली बीते एक महीने से बीसीसीआई अधिकारियों के साथ इस विषय पर संवाद कर रहे थे। यह निर्णय ऐसे समय आया है जब रोहित शर्मा और आर अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ी पहले ही टेस्ट क्रिकेट से विदा ले चुके हैं।
शानदार करियर पर संभावित विरामअगर कोहली संन्यास लेते हैं, तो वह अपने पीछे एक अविस्मरणीय रिकॉर्ड छोड़ जाएंगे। अब तक उन्होंने 123 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 68 में कप्तानी करते हुए भारत को 40 जीत दिलाईं। उनके बल्ले से निकले हैं 9230 रन, 46.85 की औसत से, जिसमें कई यादगार पारियां शामिल हैं।
हालांकि हाल के वर्षों में उनका टेस्ट प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। नवंबर 2024 में पर्थ टेस्ट में बनाए गए नाबाद 100 रन, जुलाई 2023 के बाद उनका पहला टेस्ट शतक था। उनका टेस्ट औसत, जो 2019 में 55.10 था, अब गिरकर 32.56 तक आ चुका है।
टीम में अनुभव की कमी, कोहली की जरूरतभारत इस समय एक परिवर्तनकाल से गुजर रहा है। रोहित शर्मा और अश्विन के संन्यास, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की अनुपस्थिति, और मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर चिंताओं ने टीम को नया स्वरूप दे दिया है। ऐसे में कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज का होना टीम मैनेजमेंट के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
शुभमन गिल को मिल सकती है कप्तानी की जिम्मेदारीइस दौरे पर भारत नए कप्तान के साथ मैदान में उतरेगा और शुभमन गिल को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। वहीं, कोहली, जडेजा और बुमराह जैसे सीमित सीनियर खिलाड़ियों के कंधों पर टीम को संभालने की जिम्मेदारी होगी।
कोहली सबसे सफल टेस्ट कप्तानकोहली के नाम भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीत हैं – 68 में से 40। उन्होंने धोनी (27 टेस्ट जीत) और गांगुली (21 टेस्ट जीत) को पीछे छोड़ा है। वैश्विक स्तर पर भी वह टेस्ट इतिहास के चौथे सबसे सफल कप्तान हैं, उनसे आगे केवल ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ हैं।
इंग्लैंड में कोहली की सुनहरी यादें2018 का इंग्लैंड दौरा कोहली के करियर का टर्निंग प्वाइंट रहा। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 59.30 की औसत से 583 रन बनाए और दोनों टीमों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। यही नहीं, 2016 से 2018 तक के तीन साल उनके करियर के स्वर्णिम वर्ष रहे, जब उन्होंने 35 टेस्ट में 66.59 की औसत से 3596 रन बनाए, जिसमें 14 शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं।
अगर कोहली वाकई संन्यास लेते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट के एक युग का अंत होगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वह इंग्लैंड के खिलाफ एक आखिरी बार टेस्ट मैदान पर चमकेंगे।