Tokyo Paralympic Games : अवनि ने एक और पदक जीत रचा इतिहास, प्रवीण कुमार को मिला रजत

टोक्यो पैरालंपिक गेम्स में भारतीय एथलीटों का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार को निशानेबाज अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया। अवनि ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन एसएच1 इवेंट का कांस्य पदक हासिल किया। इसके साथ ही अवनि दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं।

19 वर्षीय अवनि ने इन्हीं गेम्स में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 इवेंट में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था। यह भारत का निशानेबाजी में पहला ही पदक था। भारत के अब टोक्यो गेम्स में 12 पदक हो गए हैं। इनमें 2 स्वर्ण, 6 रजत और 4 कांस्य शुमार हैं। पहली बार पैरालंपिक गेम्स में हिस्सा ले रहीं अवनि ने आज 1176 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था, जिसमें 51 ‘इनर 10’ (10 अंक के 51 निशाने) शामिल थे।


मैं इससे भी बेहतर कर सकती थीं : अवनि

फाइनल में अवनि ने कुल 445.9 अंक का स्कोर बनाया और वे यूक्रेन की इरिना श्चेटनिक को पछाड़ तीसरे स्थान पर रहीं। अवनि ने कहा कि यह मुश्किल फाइनल था लेकिन मैं खुश हूं कि कांस्य पदक जीत सकी। मैं इससे भी बेहतर कर सकती थी। फाइनल का आप पर ऐसा ही असर होता है। अपने पहले पैरालंपिक खेलों में दो पदक जीतने का अनुभव शानदार है। ये दोनों मेरी पसंदीदा स्पर्धाएं हैं। मैं इन दोनों के लिए कई महीनों से कड़ी मेहनत कर रही थी। मैंने अंतिम शॉट में अपना शत प्रतिशत दिया। अवनि के 2012 में हुई कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। अवनि अब मिश्रित 50 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 स्पर्धा में दीपक और सिद्धार्थ बाबू के साथ हिस्सा लेंगी।


प्रवीण कुमार ने हाई जंप में रजत पर जमाया कब्जा

प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को टोक्यो पैरालंपिक खेलों के पुरुषों की हाई जंप टी64 इवेंट में रजत पदक जीता। प्रवीण 2.07 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ ग्रेट ब्रिटेन के जोनाथन ब्रूम-एडवर्डस के बाद दूसरे स्थान पर रहे, क्योंकि वे तीन कोशिशों में 2.10 मीटर की दूरी तय नहीं कर सके। जोनाथन ने 2.10 मीटर की अंतिम छलांग के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि पोलैंड के मैसील लेपियाटो ने 2.04 मीटर की छलांग लगाकर कांस्य पदक अपने नाम किया। बता दें कि टोक्यो गेम्स की ऊंची कूद स्पर्धा में भारत के अब 4 पदक हो गए हैं। इससे पहले ऊंची कूद की टी63 स्पर्धा में मरियप्पन थंगावेलु ने रजत और शरद कुमार ने कांस्य पदक जीता था, जबकि निषाद कुमार ने टी47 में रजत पदक अपनी झोली में डाला था।