राष्ट्रीय खेल दिवस पर खुशियों से भरी झोली! टोक्यो पैरालंपिक में भाविनाबेन, निषाद और विनोद ने जीते पदक

टोक्यो पैरालंपिक-2020 में भारत के पैरा एथलीटों का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। भारत ने आज रविवार (29 अगस्त) को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर तीन पदक अपनी झोली में डाल लिए। ताजा समाचार के अनुसार विनोद कुमार ने पुरुषों के डिस्कस थ्रो (चक्का फेंक) की स्पर्धा में कांस्य पदक जीता है।

इससे पहले निषाद कुमार ने हाई जंप (ऊंची कूद) और भाविनाबेन पटेल ने टेबल टेनिस में रजत पदक पर कब्जा जमाया। विनोद एफ-52 फाइनल में 19.91 मीटर के थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। विनोद ने अपने छह अटेंप्ट में क्रमश: 17.46, 18.32, 17.80, 19.12, 19.91 और 19.81 मीटर का थ्रो किया। गोल्ड मेडल पोलेंड के पिओटर कोसेविज ने जीता। उन्होंने 20.02 मीटर थ्रो किया। सिल्वर मेडल क्रोएशिया के वेलिमिर सेनडोर (19.98 मी.) ने अपने नाम किया।


सीमा सुरक्षा बल में रहे हैं विनोद कुमार

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्व जवान विनोद कुमार एशियाई रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहे। बता दें कि विनोद के पिता 1971 भारत-पाक युद्ध में लड़े थे। बीएसएफ से जुड़ने के बाद ट्रेनिंग करते हुए विनोद लेह में एक चोटी से गिर गए थे, जिससे उनके पैर में चोट लगी थी। इसके कारण वे करीब एक दशक तक बिस्तर पर रहे और इसी दौरान उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो गया था।


निषाद की छलांग ने भारत को दिलाया सिल्वर मेडल

इससे पहले हाई जंप की टी47 इवेंट में रजत जीतने वाले निषाद कुमार ने पहली कोशिश में 2.02 मीटर की जंप की। दूसरे प्रयास में उन्होंने 2.06 मीटर की छलांग लगाई। अमेरिका के डलास वीज ने भी इतनी ही छलांग लगाई और निषाद के साथ संयुक्त रूप से रजत विजेता बने। स्वर्ण पदक अमेरिका के रोड्रिक टाउनसेंड ने जीता।

भाविनाबेन की बात करें तो उन्हें टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की झाउ यिंग ने 3-0 से हरा दिया। भाविनाबेन पैरालंपिक में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की मौजूदा अध्यक्ष दीपा मलिक ने पांच साल पहले रियो पैरालंपिक में गोला फेंक में रजत पदक जीता था।