ज्यों-ज्यों टोक्यो ओलंपिक नजदीक आ रहा है त्यों-त्यों राज्य सरकारें खिलाड़ियों के वारे-न्यारे करने के लिए तत्पर दिखाई देने लगी हैं। अपने प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए ओलंपिक में पदक जीतने पर उन्हें मालामाल करने की घोषणा की जा रही है। हाल ही में दिल्ली सरकार ने पहल की थी। आज उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एक कदम आगे बढ़ाते हुए जबरदस्त पुरस्कार राशि का ऐलान किया। खेलों को बढ़ावा देने के मकसद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी 10 खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपए देगी। इसके अलावा सिंगल्स और टीम इवेंट में पदक लेकर लौटने पर भी धनवर्षा की जाएगी। पदक जीते तो करोड़पति बनना तय!
योगी सरकार ओलंपिक खेलों में
होने वाली एकल स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 6 करोड़
रुपए, रजत पदक पाने वालों खिलाड़ी को 4 करोड़ रुपए और कांस्य पदक जीतने वाले
खिलाड़ियों को 2 करोड़ रुपए देगी। ओलंपिक में टीम खेलों में गोल्ड मैडल जीतकर
लाने वाले खिलाड़ी को 3 करोड़ रुपए, सिल्वर लाने पर 2 करोड़ रुपए और कांस्य
लाने पर 1 करोड़ रुपए देने का फैसला लिया गया है। उल्लेखनीय है कि 'खूब
खेलो-खूब बढ़ो' मिशन को लेकर यूपी में खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार बहुत मदद
दे रही है। योगी सरकार ने 19 जिलों में 16 खेलों के प्रशिक्षण के लिए 44
हॉस्टल बनवाए हैं। यूपी के ये 10 खिलाड़ी करेंगे चुनौती पेश
उत्तर
प्रदेश के 10 खिलाड़ी ओलंपिक में पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे। इसमें
सर्वाधिक पांच खिलाड़ी मेरठ के हैं। इसके साथ ही बुलंदशहर के तीन और चंदौली
व वाराणसी के एक-एक खिलाड़ी को देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
मेरठ की प्रियंका गोस्वामी, अन्नु रानी व सीमा पूनिया एथलेटिक्स, सौरभ
चौधरी निशानेबाजी और वंदना कटारिया हॉकी में, बुलंदशहर के सतीश कुमार
मुक्केबाजी, अरविंद सिंह नौकायन व मेराज अहमद खान निशानेबाजी, चंदौली के
शिवपाल सिंह एथलेटिक्स तथा वाराणसी के ललित उपाध्याय हॉकी में अपना हुनर
दिखाएंगे।