Tokyo Olympic : सीमा की पदक उम्मीद ध्वस्त, 50 किमी रेस में भी निराशा, विनेश फोगाट के चाचा बोले…

टोक्यो ओलंपिक में शुक्रवार को महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल मंं भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला हार गई हैं। उन्हें ट्यूनीशिया की पहलवान सर्रा हमदी ने 3-1 से हरा दिया। हार के बाद अब सीमा को रेपेचेज का मौका भी नहीं मिलेगा क्योंकि उन्हें हराने वाली हमदी क्वार्टर फाइनल में मारिया स्टैडनिक से हार गई हैं। इसका मतलब है कि सीमा की पदक उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई है।

नवोदित रेसलर सीमा को हमदी के रक्षात्मक जाल से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल सका। 27 वर्षीया सीमा अपनी चाल नहीं चल सकी क्योंकि हमदी ने बॉडी लॉक को बहुत प्रभावी ढंग से लगाया, सीमा को कभी भी एक मजबूत हमला शुरू करने की अनुमति नहीं दी। हमदी को तीन में से दो अंक पुश आउट पर मिले और एक सीमा की निष्क्रियता पर। रोहतक की सीमा ने मई में सोफिया में आयोजित विश्व ओलंपिक क्वालिफायर जीतकर खेलों के महाकुंभ के लिए टिकट कटाया था।

इस कारण रेस भी पूरी नहीं कर पाए गुरप्रीत सिंह

टोक्यो ओलंपिक में आज पुरुषों की 50 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में भारत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। इस स्पर्धा में भारतीय एथलीट गुरप्रीत सिंह अपनी रेस भी पूरी नहीं कर पाए। 14वें स्थान से रेस की शुरुआत करने वाले गुरप्रीत लगातार पिछड़ते गए और अंत में वे रेस से हट गए। 25 किमी के हाफवे पॉइंट पर गुरप्रीत 2:01:54 घंटे के समय के साथ 49वें स्थान पर थे। गुरप्रीत जब लगभग 35 किमी का सफर तय कर चुके थे, तब गर्मी, उमस और ऐंठन की समस्या के कारण रेस से बाहर हो गए। इससे पहले गुरुवार को भारत के केटी इरफान, संदीप कुमार और राहुल का पुरुषों की 20 मीटर रेस वॉक में निराशाजनक प्रदर्शन रहा। वे टॉप 10 में भी जगह नहीं बना सके। संदीप 23वें, जबकि राहुल और इरफान क्रमश: 47वें और 52वें स्थान पर रहे।


महावीर फोगाट ने विनेश की हार के लिए इन्हें ठहराया जिम्मेदार

भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट 53 किलोग्राम वर्ग के क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वेनेसा कलादजिंस्काया से हार गईं। इसके साथ ही उनका टोक्यो में पदक जीतने का सपना भी टूट गया। विनेश ने प्री क्वार्टर फाइनल में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता स्वीडन की सोफिया मैटसन को 7-1 से शिकस्त दे उम्मीद जगाई थी। वर्ल्ड नंबर-1 विनेश पदक जीतने की सबसे प्रबल दावेदार थीं।

द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता विनेश के चाचा महावीर सिंह फोगाट ने खराब प्रदर्शन के लिए विदेशी कोचों को जिम्मेदार ठहराया है। महावीर ने कहा कि मुझे विनेश से क्वार्टर फाइनल में इतने खराब प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी। वे विदेशी कोचों की खराब ट्रेनिंग के कारण हार गई। मैंने सोचा था कि वे उसे अच्छी कोचिंग देंगे, क्योंकि सरकार ने उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान की हैं। अब मैं उसे अगले चार साल के लिए ट्रेनिंग दूंगा, ताकि वह अगले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत सके।