टीम इंडिया को रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप के अपने दूसरे मैच में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद टीम इंडिया की हर ओर से आलोचना हो रही है। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि रोहित शर्मा को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारने से संकेत मिलता है कि भारतीय टीम प्रबंधन को ट्रेंट बोल्ट की इनस्विंग गेंद का सामना करने के लिए उन पर भरोसा नहीं था। ईशान किशन व लोकेश राहुल ने पारी की शुरुआत की। गावस्कर ने कहा कि ईशान मारो या मरो वाला खिलाड़ी हैं और बेहतर है कि उनके जैसा बल्लेबाज चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। वे उस समय मैच की स्थिति के अनुसार खेल सकते हैं।
अब यह हुआ कि रोहित को कहा गया है कि हम बोल्ट का सामना करने के लिए आप पर भरोसा नहीं करते। अगर आप किसी स्थान पर लंबे समय से खेल रहे खिलाड़ी के साथ ऐसा करोगे तो स्वयं भी सोचेगा कि शायद वह इसमें सक्षम नहीं है। अगर ईशान 70 के आस-पास रन बना देते तो हम उनकी सराहना करते, लेकिन जब यह कदम काम नहीं करता तो आप आलोचना करते हैं। रोहित इतने शानदार बल्लेबाज हैं फिर भी उन्हें वन डाउन उतारा गया। तीसरे नंबर पर रनों की बरसात करने वाले कोहली चौथे नंबर पर आए। ईशान जैसे युवा को ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंप दी गई। गंभीर ने कहा, टीम इंडिया के पास सारी स्किल है लेकिन...
न्यूजीलैंड
से हार के बाद पूर्व भारतीय गौतम गंभीर ने भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा
कि हां, प्रतिभा एक चीज है। आपके पास सारी स्किल है और द्विपक्षीय सीरीज
में अच्छा खेलते हैं, लेकिन जब टूर्नामेंट और ऐसे मैचों की बात आती है तो
आपको खड़े होकर प्रदर्शन करना होता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच क्वार्टर
फाइनल की तरह था। दिक्कत टीम की मानसिक मजबूती को लेकर है। जब आपको मालूम
है कि मैच जीतना है तो आप गलतियां नहीं कर सकते। द्विपक्षीय सीरीज की अलग
बात होती है। वहां पर गलतियां कर सकते हैं लेकिन ऐसे मैचों में गलतियों की
गुंजाइश नहीं होती है। मुझे लगता है कि ऐसे मैचों के लिए टीम इंडिया मानसिक
तौर पर मजबूत नहीं है। उल्लेखनीय है कि भारत का अब सेमीफाइनल में पहुंचना
बहुत मुश्किल हो गया है। उसे अब अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया से
खेलना है।
पीटरसन ने किया समर्थन तो वॉन ने दी यह सलाह
इंग्लैंड
के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट कर भारतीय टीम का
समर्थन किया है। पीटरसन ने लिखा, “खेल में एक विजेता और एक उप-विजेता होता
है…कोई भी खिलाड़ी हारने के लिए मैदान में नहीं जाता है। लोगों को यह समझना
होगा कि खिलाड़ी रोबोट नहीं होते हैं। उन्हें हर समय समर्थन की आवश्यकता
है। पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि भारत को अपने खिलाड़ियों को
अनुभव हासिल करने के लिए दुनियाभर की अन्य लीगों में खेलने की अनुमति देनी
चाहिए। प्रतिभाओं के बावजूद भारत ने वाइट बॉल क्रिकेट में वर्षों से कुछ
खास हासिल नहीं किया है।