भारतीय कप्तान विराट कोहली इस समय फॉर्म से जूझ रहे हैं। वे इंग्लैंड दौरे पर अब तक खेली गई तीन टेस्ट की चारों पारियों में फेल रहे हैं। पिछली 50 अंतरराष्ट्रीय पारियों से उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है। ऐसे में उनके शुभचिंतकों का चिंता में पड़ना स्वाभाविक है। अब महान सलामी बल्लेबाज व कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने भी कोहली को सुझाव दिया है। गावस्कर ने कहा कि कोहली को तुरंत सचिन तेंदुलकर को फोन कर पूछना चाहिए कि मैं क्या करूं। कोहली ऐसा कर सकते हैं, जैसा सचिन ने सिडनी में किया था।
उन्हें खुद से कहना चाहिए कि वे कवर ड्राइव नहीं खेलेंगे। आपको बता दें कि सचिन ने 2003-04 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान सिडनी में हुए चौथे टेस्ट के दौरान संयम से खेला था। उन्होंने तब 436 गेंदें खेलीं, लेकिन इस दौरान कवर ड्राइव नहीं खेला। उल्लेखनीय है कि कोहली इंग्लैंड में ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों से छेड़छाड़ करने के चक्कर में ही आउट हो रहे हैं। गेंदबाज उन्हें शॉट खेलने के लिए प्रलोभन दे रहे हैं।
गावस्कर ने इस बात के लिए नासिर हुसैन को लगाई लताड़
सुनील
गावस्कर ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन को इस बयान के लिए जमकर
लताड़ लगाई है, जिसके तहत उन्होंने कहा कि भारत की पिछली टीमों को विराट
कोहली की अगुवाई वाली मौजूदा टीम की तुलना में मैदान पर धमकाना (बुली) आसान
था। गावस्कर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पांच बार (1971, 1974, 1979,
1982, 1986) इंग्लैंड का दौरा किया। उन्होंने हुसैन से कहा कि अगर मेरी
पीढ़ी के क्रिकेटरों को कहा जाता है कि उन्हें ‘धमकाया जा सकता था', तो मैं
बहुत नाराज होऊंगा।
गावस्कर और हुसैन के बीच एक लेख को लेकर
‘सोनी' पर ‘ऑन-एयर' बहस हो गई जो इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने ब्रिटेन के
एक अखबार के लिए लिखा है। गावस्कर ने हुसैन से पूछा, ‘आपने कहा कि इस
भारतीय टीम को ‘बुली' नहीं किया जा सकता जबकि पिछली पीढ़ी की टीमों को किया
जा सकता था। क्या आप बता सकते हैं कि कौनसी पीढ़ी? और ‘बुली' (बुली-मैदान
पर दबाव डालने के लिए भयभीत करना) का असल मतलब क्या है? आक्रामक होने का
अर्थ यह नहीं कि आपको प्रतिद्वंद्वी के मुंह पर ही जवाब देना होगा।
कोहली समझें कि यह भारत की पिचें नहीं हैं : मनिंदर
विराट
कोहली के लगातार जल्दी आउट होने पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। बाएं हाथ
के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने कोहली को एक बड़ी सलाह दी है। उन्होंने
ईएसपीएन से बातचीत करते हुए कहा कि ये भारत की पिचें नहीं है जहां आप एक
पैर आगे निकालकर शॉट खेल सकते हैं। जैसा कोहली ने कहा था उनको अभ्यास करना
होगा। अपने घमंड को आप अपनी जेब में डाल लो।
अगर कोहली को दबाव
बनाकर खेलना है तो वे एक बात समझ लें कि ये वैसी पिच नहीं हैं जो वे इस तरह
से बल्लेबाजी कर लें। उन्हें कुछ और समय बिताने की जरूरत है। जैसे पिछले
दौरे पर उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 600 रन ठोक दिए थे। उल्लेखनीय है कि
मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर जेम्स एंडरसन ने कोहली की नाक में दम किया हुआ है।
कोहली को 2014 के इंग्लैंड दौरे पर भी एंडरसन ने ऐसे ही परेशान किया था।