डेविस कप में जीत के साथ रोहन बाेपन्ना ने किया अपने करियर का अंत

नई दिल्ली। डेविस कप में रविवार को मोरक्को के खिलाफ 4-1 से शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारत के स्टार टेनिस प्लेयर रोहन बोपन्ना ने अपने करियर विजय के साथ अंत किया। 20 साल के डेविस कप के इतिहास में 33 टाई और 50 मैच खेलने वाले रोहन बोपन्ना सार्बिया और ब्राजील जैसे टॉप विरोधी टीमों के खिलाफ खेले हैं। अपने फेयरवेल मुकाबले में 43 वर्षीय रोहन बोपन्ना ने युकी भांबरी के साथ मिलकर इलियट बेनचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की मोरक्को की जोड़ी को 6-2, 6-1 से हराया।

विश्व ग्रुप II प्ले-ऑफ के लिए किया क्वालीफाई

रविवार को लखनऊ के गोमती नगर के विजयंत खंड मिनी स्टेडियम में खेलते हुए सुमित नागल ने यासीन डिलीमी को 6-3, 6-3 से हराया और भारत ने 4-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद दिग्विजय प्रताप सिंह ने डेड रबर में वालिद अहौदा के खिलाफ 6-1, 5-7, 10-6 से जीत दर्ज करते हुए 4-1 के अंतर से भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। इस जीत के साथ ही भारत ने विश्व ग्रुप II प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई कर लिया और अब भारतीय टेनिस टीम साल 2024 में इस टूर्नामेंट में खेलेगी

मैच से पहले बोपन्ना ने कही थी भावुक बात

अपने करियर का आखिरी मुकाबले खेल रहे रोहन बोपन्ना ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने युकी भांबरी के साथ मिलकर मोरक्को की जोड़ी को आसानी से मात दी। बोपन्ना के शक्तिशाली फोरहैंड का विपक्षी टीम के खिलाड़ियों के पास कोई जवाब नहीं था। रोहन बोपन्ना ने इस यागदार मैच से पहले मीडिया से कहा था, “अगर मैंने कभी ऐसा सोचा होता (विश्व ग्रुप 2 में नहीं खेल रहा होता) तो मैं यहां कभी नहीं होता। भारत का प्रतिनिधित्व करने वाला हर मैच फिर वह चाहे किसी भी स्तर का हो गर्व का क्षण होता है।”