ऋषभ पंत ने अंपायर के फैसले पर जताया गुस्सा, गेंद ज़मीन पर फेंकी, हो सकती है सज़ा

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में रविवार को एक विवादित क्षण सामने आया जब उपकप्तान ऋषभ पंत ने अंपायर के फैसले से नाराज होकर मैदान पर गेंद को जोर से फेंक दिया। अंपायर पॉल रीफेल द्वारा गेंद बदलने की मांग ठुकराए जाने पर पंत ने गुस्से में यह प्रतिक्रिया दी, जिसे अब संभावित अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण माना जा रहा है।

गेंद की स्थिति को लेकर शुरू हुआ विवाद

तीसरे दिन के पहले सत्र के दौरान भारतीय गेंदबाज़ों को स्विंग या सीम मूवमेंट हासिल करने में कठिनाई हो रही थी। इसी बीच भारतीय खिलाड़ियों ने अंपायरों से शिकायत की कि गेंद की शेप बिगड़ गई है और उसे बदला जाना चाहिए। सबसे पहले जसप्रीत बुमराह ने अंपायर क्रिस गैफनी से इस बारे में बात की।

पिछले 60 ओवर पूरे होने के करीब थे जब पंत ने पॉल रीफेल से गेंद की माप जांचने की अपील की। रीफेल ने गेज से गेंद की जांच की, लेकिन गेंद माप से गुज़र गई, जिसके बाद उन्होंने बदलाव की मांग ठुकरा दी। पंत ने दोबारा आग्रह किया, लेकिन रीफेल अपने फैसले पर कायम रहे।

गुस्से में गेंद को ज़मीन पर पटका

जब पंत अपनी फील्डिंग पोजीशन की तरफ लौट रहे थे, तभी उन्होंने गुस्से में गेंद को ज़मीन पर जोर से पटका। यह दृश्य देखकर अंपायर रीफेल चौंक गए और हेडिंग्ले की भीड़ ने भी इस पर आश्चर्य जताया। यह पंत की निराशा का खुला प्रदर्शन था, जो कि ICC के आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आ सकता है।

गेंद बदलने की दोबारा हुई कोशिश

सिर्फ दो ओवर बाद कप्तान शुभमन गिल ने एक बार फिर गेंद बदलने की मांग की और अंपायर गैफनी से संपर्क किया। लेकिन यह मांग भी ठुकरा दी गई।

गेंदबाजों की संघर्ष भरी सुबह

तीसरे दिन की सुबह भारतीय गेंदबाज़ संघर्ष करते नजर आए। रविंद्र जडेजा को शुरुआती ओवरों में गेंद थमाई गई ताकि वह पिच की दरारों का फायदा उठा सकें। हालांकि, असली सफलता प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज के हिस्से में आई।

ओवरनाइट बल्लेबाज ओली पोप, जिन्होंने 106 रन से पारी शुरू की थी, प्रसिद्ध कृष्णा की एक उठती गेंद पर ऋषभ पंत को कैच थमा बैठे। इसके कुछ ओवर बाद सिराज ने कप्तान बेन स्टोक्स को 20 रन पर पवेलियन भेजा।

ऋषभ पंत का शानदार टेस्ट रिकॉर्ड

हालांकि पंत के व्यवहार पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उनके प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा है। शनिवार को उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सातवां शतक लगाया और अब तक टेस्ट में 150 कैच पूरे करने वाले भारत के तीसरे विकेटकीपर बन चुके हैं। उनसे पहले यह उपलब्धि सिर्फ एमएस धोनी और सैयद किरमानी ने हासिल की थी।

क्या हो सकता है पंत के खिलाफ एक्शन?

अंपायर के फैसले पर इस तरह प्रतिक्रिया देना ICC के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन माना जाता है। यदि मैच रेफरी इसे अनुशासनहीनता मानते हैं, तो पंत पर जुर्माना या चेतावनी दी जा सकती है। हालांकि, अंतिम फैसला मैच रिपोर्ट और अंपायर की शिकायत पर निर्भर करेगा।

तीसरे दिन का खेल जहां भारत के लिए गेंदबाज़ी के लिहाज से मिला-जुला रहा, वहीं पंत का गुस्सा एक अलग बहस का विषय बन गया। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ICC इस मामले में कोई कार्रवाई करती है या इसे भावनात्मक प्रतिक्रिया मानकर छोड़ दिया जाता है।