भारत और इंग्लैंड के बीच लंदन के द ओवल में पांच मैच की सीरीज का चौथा टेस्ट जारी है। फिलहाल सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। रिकॉर्डों की झड़ी लगा चुके टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने आज रविवार को एक और उपलब्धि हासिल कर ली। कोहली ने जैसे ही 30वां रन चुराया, उनके प्रथम श्रेणी करियर में 10000 रन पूरे हो गए। उन्होंने 128वें मैच की 210वीं पारी में यह मील का पत्थर छुआ। कोहली का औसत 52 से ज्यादा है।
वे 34 शतक और 35 अर्धशतक लगा चुके हैं। भारत की ओर से सबसे तेज 10 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड अजय शर्मा के नाम है। वे 160 पारियों में इस आंकड़े तक पहुंच गए थे। टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने भी 210वीं पारी में ही 10 हजार फर्स्ट क्लास रन पूरे किए थे। अन्य भारतीयों में विजय मर्चेंट 171, वीवीएस लक्ष्मण 194, सचिन तेंदुलकर 195 और राहुल द्रविड़ 208 पारियों में यहां तक पहुंचे थे।
वॉन को इंजमाम की याद दिलाते हैं पुजारा
इंग्लैंड के पूर्व
कप्तान माइकल वॉन ने ओवल टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा की पारी की जमकर तारीफ
की है। वॉन का कहना है कि पुजारा की बल्लेलबाजी के शैली में आए बदलाव
उन्हें पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक की याद दिलाते हैं। वॉन ने
कहा कि पुजारा को यॉर्कशायर में खेलने के वक्त से मैं जानता हूं। वे थोड़ा
बहुत मेरी तरह है। मैं ये नहीं कहूंगा कि फील्डिंग पुजारा की प्राथमिकताओं
में सबसे ऊपर आती है।
उनकी एड़ी में चोट के चलते अगर वो ऑफ द
फील्ड थोड़ा वक्त लेना चाहें तो लेना चाहिए। कुछ ही खिलाड़ी है जो इस तरह
के हैं। इंजमाम उनमें से एक हैं जो मेरे दिमाग में आ रहे हैं। मैं हैरान
हूं कि इंग्लैंड के गेंदबाजों के पास काफी अनुभव होने के बावजूद भी वे समझ
नहीं पाए कि शॉर्ट पिच गेंदें डालने की ज्यादा जरूरत थी।
आउट होने के बाद अंपायर के फैसले पर असहमति जताई थी राहुल ने
भारतीय
ओपनर लोकेश राहुल दूसरी पारी के दौरान जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स
एंडरसन की गेंद पर आउट दिए गए तो उन्होंने इस फैसले से नाराजगी जताई लेकिन
अब उन्हें ऐसा करने पर सजा झेलनी पड़ी है। राहुल पर रविवार को मैच फीस का
15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। यह घटना शनिवार को भारतीय पारी के 34वें
ओवर में हुई जब डीआरएस रिव्यू के बाद राहुल को एंडरसन की गेंद पर आउट करार
दिया गया।
राहुल ने आईसीसी की आचार संहिता के लेवल एक का उल्लंघन
किया। राहुल को आईसीसी की खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की आचार संहिता के
अनुच्छेद 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच में
अंपायरों के फैसले पर असहमति दिखाने से संबंधित है। इसके अलावा एक डिमैरिट
अंक भी राहुल के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में जुड़ गया है जिनका 24 महीने में
यह पहला उल्लंघन था।