पिछले दिनों न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सपोर्ट में सामने आए हैं। ख्वाजा ने कहा कि पैसा बोलता है, ऐसा पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ किया जा सकता है, लेकिन भारत के खिलाफ कोई ऐसा नहीं करेगा। ख्वाजा का जन्म पाकिस्तान में ही हुआ है, लेकिन जब वे पांच साल के थे, तभी उनका परिवार सिडनी शिफ्ट हो गया था। ख्वाजा ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट के साथ जो कुछ हो रहा है, उससे मैं काफी निराश हूं।
मुझे लगता है कि किसी खिलाड़ी या ऑर्गेनाइजेशन के लिए पाकिस्तान को ना कहना बहुत आसान है, क्योंकि यह पाकिस्तान है। मुझे लगता है कि ऐसा ही तब भी होता अगर यह बांग्लादेश होता। लेकिन कोई भी भारत को ना नहीं कहेगा, अगर ऐसी ही परिस्थिति होती तो। पैसा बोलता है, हम सबको यह बात पता है, और यही इसमें सबसे बड़ी बात भी है। पाकिस्तान समय-समय पर यह साबित करता रहा है कि वह खेलने के लिए सेफ है, मुझे नहीं लगता ऐसा कोई भी कारण है जिससे न्यूजीलैंड को वहां से लौटना चाहिए था। ख्वाजा टी20 टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में खेलते हैं।
आईपीएल ने बदला खिलाड़ियों का डीएनए : रमीज राजा
पीसीबी के
अध्यक्ष रमीज राजा का कहना है कि हमारे साथ बहुत गलत हो रहा है। उन्होंने
संभावना जताई कि हो सकता है कि ऑस्ट्रेलिया भी अपना दौरा रद्द कर दे। रमीज
ने आईपीएल पर हमला बोलते हुए कहा कि उसके पैसे ने खिलाड़ियों का डीएनए बदल
दिया है। उन्हें इतना पैसा मिलता है कि वे क्रिकेट के प्रति आस्था नहीं रख
पा रहे हैं। दुनिया को पाकिस्तान ने क्या दिया, यह सभी भूल गए हैं। कुछ
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पैसे के लिए अपना डीएनए भूल गए हैं। वे भारत के लिए
काफी खुशी से खेलते हैं, इसके लिए वे अपने देश की ओर से भी नहीं खेलना
चाहते।
मैदान पर कंगारू खिलाड़ियों का अब वो आक्रामक रवैया भी नजर
नहीं आता है। खिलाड़ियों पर काफी दबाव है। वे आईपीएल अनुबंध बचाए रखना
चाहते हैं क्योंकि वहां से काफी पैसा और सुविधाएं मिलती हैं। मैं तो यही
कहूंगा कि न्यूजीलैंड भाग गया, इंग्लैंड ने भी उसी की राह अपनाई और अब
ऑस्ट्रेलिया भी शायद यही करेगा।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने किया पाकिस्तान का समर्थन
इंग्लैंड
16 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर जाने वाली थी, लेकिन ईसीबी ने इसे रद्द
कर दिया। इसके अलावा ईसीबी ने यूएई में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले
खिलाड़ियों की थकान को भी एक कारण बताया था। ईसीबी का यह फैसला इंग्लैंड के
पूर्व कप्तान माइकल आर्थटन को रास नहीं आ रहा है। आर्थटन ने ‘द टाइम्स’
में लिखा कि खिलाड़ियों की भलाई का कारण देना अजीब है क्योंकि ईसीबी ने तीन
महीने के लिए उनकी यात्रा और क्रिकेट व्यस्तता से पल्ला झाड़ लिया है ताकि
वे आईपीएल खेल सकें।
एक नियोक्ता के तौर पर यदि वे बबल और थकान को
लेकर इतने ही चिंतित थे तो आईपीएल में खिलाड़ियों की उपलब्धता में अधिक
रुचि दिखानी चाहिए थी। अब तो खिलाड़ी नॉकआउट चरण के लिए उपलब्ध हैं। यह
भारत और इंग्लैंड के अनुकूल है लेकिन पाकिस्तान के नहीं क्योंकि उसके
खिलाड़ी आईपीएल में नहीं हैं। यह फैसला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज से
और भारत के मैनचेस्टर टेस्ट से हट जाने से भी बुरा है। पाकिस्तानी फैंस में
इंग्लैंड के खिलाफ जो गुस्सा है वह सही है।