चोपड़ा ने धोनी और वॉन ने मोर्गन के लिए कही यह बात, गंभीर के हिसाब से इन्हें मिले दिल्ली की कप्तानी

इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन के फाइनल में शुक्रवार शाम तीन बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टक्कर दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) से होगी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी फाइनल के बाद भविष्य को लेकर क्या फैसला लेते हैं। इस बीच पूर्व ओपनर व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी इस बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं। चोपड़ा ने कहा कि इसमें तो कोई शक ही नहीं है कि चेन्नई धोनी को रिटेन करेगी। चेन्नई और धोनी के बीच कभी लेन-देन वाला रिश्ता नहीं रहा है। अगले छह महीनों में ही आईपीएल-15 होने वाला है और अगर धोनी के अंदर खेलने की चाहत है तो वे खेल सकते हैं।

आईपीएल-14 खत्म होने के बाद मेगा ऑक्शन होगा जिसमें एक टीम के पास अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका होगा। धोनी भी इस बात को जानते हैं कि ऑक्शन होना है और किसी भी खिलाड़ी के ऊपर अगले तीन सीजन के लिए बहुत सारे पैसे लगाए जाएंगे। ऐसे में आप इस बड़े ऑक्शन में अपने लिए एक अच्छी टीम बनाने के मौके को नुकसान पहुंचाएंगे। इसी वजह से मुझे लगता है कि धोनी एक खिलाड़ी नहीं बल्कि मेंटर के तौर पर ही चेन्नई के साथ दिखेंगे। उल्लेखनीय है कि धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को पहले ही अलविदा कह चुके हैं।


वॉन ने कहा, फाइनल में मोर्गन खुद की जगह रसैल को दे सकते हैं मौका

आईपीएल-14 के फाइनल से पहले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने चौंकाने वाला दावा किया है कि कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन खुद को ही अंतिम एकादश से बाहर रख सकते हैं। वॉन ने क्रिकबज से बातचीत में कहा कि मुझे कोई हैरानी नहीं होगी अगर मोर्गन अपने आप को ही टीम में शामिल ना करें। वे अपनी जगह वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर आंद्रे रसैल को मौका दे सकते हैं। रसैल चोट के कारण पिछले 6 मैच से बाहर हैं, लेकिन अब वे फिट हो चुके हैं। नेट्स पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों का अभ्यास कर रहे हैं।

मोर्गन ने कहा कि कोलकाता को पिच के हिसाब से फैसला लेना होगा क्योंकि उसने अब तक शारजाह में खेला है जहां की पिच के मुताबिक उनकी टीम अच्छी है, लेकिन दुबई में परिस्थितियां अलग हैं। अगर रसैल 4 ओवर फेंक सकते हैं, तो खब्बू स्पिनर शाकिब अल हसन को बाहर बैठना पड़ सकता है। लेकिन शाकिब को बाहर बैठाना, कहां तक सही रहेगा। वैसे मोर्गन खुद को बाहर रख सकते हैं क्योंकि वे हमेशा टीम के हित में फैसला लेते हैं। आपको बता दें कि मोर्गन ने 16 मैच में 129 रन ही बनाए हैं।


मैं अगले सीजन में अश्विन को बनाता दिल्ली का कप्तान : गंभीर

पिछले साल आईपीएल-13 में श्रेयस अय्यर ने दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी की थी और टीम फाइनल तक पहुंचने में सफल रही। इस बार भारत में खेले गए आईपीएल-14 के पहले फेज में अय्यर चोट के चलते नहीं खेल पाए थे, ऐसे में बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम की कमान सौंपी गई। इसके बाद यूएई में दूसरे फेज में अय्यर की वापसी तो हुई, लेकिन टीम मैनेजमेंट ने पंत को ही कप्तान बनाए रखने का फैसला लिया। दिल्ली लीग में टॉप पर रहकर प्लेऑफ में पहुंची और क्वालिफायर 1 और 2 मुकाबला गंवाकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।

इस बीच दिल्ली डेयरडेविल्स के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर से जब पूछा गया कि क्या दिल्ली को रविचंद्रन अश्विन को रिटेन करना चाहिए तो उन्होंने कहा कि देखिए मैं उनका बहुत बड़ा फैन हूं क्योंकि वे दुनिया के बेस्ट स्पिनर हैं। हो सकता है यह सुनकर अजीब लगे और शायद मैं ही ऐसा सोचता हूं, लेकिन अगर मैं होता तो अगले सीजन में मैं अश्विन को दिल्ली का कप्तान बनाता। उल्लेखनीय है कि अश्विन पूर्व में किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी कर चुके हैं। हालांकि आशीष नेहरा और वीरेंद्र सहवाग के मुताबिक पंत को ही कप्तान रखना चाहिए। दोनों ने कहा कि पंत ने कुछ अच्छे फैसले लिए और करीबी मैचों में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला होगा।