फैंस और साथी खिलाड़ियों के बीच माही के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी के नाम क्रिकेट में कई रिकॉर्ड हैं। शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी जब आईपीएल-14 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उतरे तो उनके खाते में एक और उपलब्धि जुड़ गई। धोनी आईपीएल में 200 मैच में कप्तानी करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। धोनी ने आईपीएल में चेन्नई के अलावा एक सीजन में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स की भी कप्तानी की थी।
वे आईपीएल में सबसे ज्यादा मुकाबलों में कप्तानी करने वाले क्रिकेटर हैं और उनके आस-पास कोई नहीं फटकता। दूसरे नंबर पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली (136) और तीसरे नंबर पर कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर (129) हैं। धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने 2010, 2011 और 2018 में ट्रॉफी जीती है। इसके अलावा टीम पांच बार रनरअप रही। धोनी ने इस मैच से पहले बतौर कप्तान 199 में से 119 जीते, 79 हारे। एक मैच बेनतीजा रहा।
व्हाइट बॉल क्रिकेट से सबसे महान कप्तान हैं धोनी : शास्त्री
टीम
इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने धोनी को व्हाइट बॉल के क्रिकेट में
अब तक का सबसे महान कप्तान बताया है। शास्त्री का मानना है कि धोनी ने लगभग
वह सब कुछ हासिल कर लिया है जो एक कप्तान हासिल कर सकता है। धोनी ने भारत
को टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप तथा चैंपियंस ट्रॉफी जितवाई हैं। धोनी
टी20 विश्व कप में बतौर मेंटर भारतीय टीम के साथ होंगे। शास्त्री ने फैनकोड
को दिए इंटरव्यू में कहा कि धोनी व्हाइट बॉल के अब तक के सबसे महान कप्तान
हैं।
आईसीसी टूर्नामेंट में उनका रिकॉर्ड देखिए। उन्होंने क्या
नहीं जीता? आईपीएल, चैंपियंस लीग, सभी आईसीसी टूर्नामेंट, दो विश्व कप।
व्हाइट बॉल वाले क्रिकेट की बात करें तो उनके करीब कोई नहीं है। वे सबसे
महान हैं। किंग कांग, आप उन्हें उसी अंदाज में बुला सकते हैं। जब आप धोनी
को एक टीम की कप्तानी करते देखते हैं और आप चेन्नई को देखते हैं, तो यह
आश्वासन रहेगा कि चीजे नियंत्रण में हैं। दूसरी तरफ छक्के या चौके लग रहे
हों लेकिन आप अभी भी महसूस करते हैं कि यह संयम और नियंत्रण है।
‘मुझे लगता है कि राजस्थान रॉयल्स एक थकी हुई टीम है’
राजस्थान
रॉयल्स को शनिवार को चेन्नई के खिलाफ मुकाबले से पहले इस सीजन 11 में से 7
मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। उसकी प्लेऑफ में क्वालिफाई करने
की संभावना काफी कम रह गई है। फ्रेंचाइजी के इस शर्मनाक प्रदर्शन से पूर्व
भारतीय विकेटकीपर सबा करीम भी निराश हैं। सबा ने इस फ्रेंचाइजी को ‘थकी हुई
टीम’ बताया है। सबा ने क्रिकेट डॉट कॉम से कहा कि मुझे लगता है कि
राजस्थान एक थकी हुई टीम है। उन्होंने हरसंभव कोशिश की है लेकिन किसी कारण
से वे अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
उनकी एकादश
में जो भी खेले हैं, वे अपनी क्षमता के हिसाब से नहीं खेले। राजस्थान के
लिए बड़ी चिंता है, क्योंकि दूसरे चरण में क्रिस मौरिस बल्ले या गेंद से
प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। लियाम लिविंगस्टोन शानदार प्रतिष्ठा के साथ आए
लेकिन उन्होंने बोर्ड पर रन नहीं बनाए हैं। पिछले गेम में एविन लुईस के
वापस आने से उन्हें कुछ समर्थन मिला था, लेकिन वो काफी नहीं है।