भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स टूर्नामेंट में रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। सिंधु रविवार को बाली (इंडोनेशिया) में खेले गए खिताबी मुकाबले में हारकर गोल्ड मेडल जीतने से चूक गईं। सिंधु को फाइनल में दुनिया में छठे नंबर की शटलर दक्षिण कोरिया की आन सियोंग ने सीधे गेम में 21-16, 21-12 से मात दी। मुकाबला 39 मिनट चला। सियोंग के खिलाफ सिंधु की तीन मैचों में तीसरी हार है और इन सभी का नतीजा सीधे गेम में निकला। सियोंग ने नेट पर बेहतरीन खेल दिखाया और बेसलाइन पर भी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधु को किसी भी समय वापसी का मौका नहीं दिया।
यह तीसरा अवसर था जब सिंधु इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं। वे 2018 में खिताब जीतकर यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय शटलर बनी थीं। सिंधु ने हार के बाद कहा कि यह अच्छा मुकाबला था। सियोंग बेहतरीन खिलाड़ी हैं इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह आसान होने वाला था। मैं एक कड़े मुकाबले के लिए तैयार थीं। मुझे शुरू से ही उसे बढ़त बनाने का मौका नहीं देना चाहिए था। बाली में तीन सप्ताह अच्छे रहे। यहां से कई सकारात्मक चीजों के साथ लौटूंगी और तरोताजा होकर विश्व चैंपियनशिप की तैयारी करूंगी।
गत चैंपियन भारतीय हॉकी टीम से कांस्य मुकाबले में फ्रांस 3-1 से जीता
गत
चैंपियन भारत रविवार को भुवनेश्वर में एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप में
कांस्य पदक के प्लेऑफ में फ्रांस से 1-3 से हार गया। फ्रांस के कप्तान
टिमोथी क्लेमेंट ने हैट्रिक जमाई। उन्होंने 26वें, 34वें और 47वें मिनट में
तीन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। भारत के लिए एकमात्र गोल सुदीप
चिरमाको ने 42वें मिनट में दागा। क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के खिलाफ
बेहतरीन प्रदर्शन के बाद यह भारतीयों के लिए लगातार दूसरा फ्लॉप शो रहा।
भारत लीग मैच में भी फ्रांस से मिली 4-5 से हार गया था।
फ्रांस ने
कमाल का खेल दिखा 14 पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, जबकि भारत के खाते में तीन
ही आए। उल्लेखनीय है कि भारत की सीनियर टीम ने इस साल टोक्यो में आयोजित
ओलंपिक में धमाकेदार खेल दिखाते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। एक अन्य
मुकाबले में माइल्स बुकेन्स की हैट्रिक की मदद से नीदरलैंड ने पिछली बार
की उपविजेता बेल्जियम को 6-4 से हराकर पांचवां स्थान हासिल किया। बुकेन्स
ने आठवें, 20वें और 27वें मिनट मे गोल कर हैट्रिक बनाई।