नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस साल के शासन में देश में कई क्षेत्रों में बदलाव देखने को मिले हैं। खेल भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। नरेन्द्र मोदी अक्सर देश के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हैं और उनकी असफलताओं पर उन्हें सान्तवना देते हैं। विश्व कप 2023 के फाइनल मैच में आस्ट्रेलिया से हारने के बाद उन्हें भारतीय खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम में उनको सांत्वना देते हुए देखा गया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
अब पूर्व एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने देश में खेलों को बढ़ावा देने और बदलाव के लिए पीएम मोदी की तारीफ की है। उन्होनें क्रिसमस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज कल खेल में कई सारे सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। लेकिन मैंने ‘गलत युग में’ प्रतिस्पर्धा की। जिस पर कार्यक्रम में मौजूद पीएम मोदी हंसते हुए नजर आए। अंजू जार्ज के इस बयान पर पीएम मोदी का रिएक्शन खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक आवास पर ईसाई समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की। इस कार्यक्रम में एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज भी मौजूद थीं। जॉर्ज ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब मैंने 20 साल पहले भारत को वर्ल्डचैंपियनशिप में पहला मेडल दिलाया था, तब भी मेरा डिपार्टमेंट पदोन्नति देने के लिए तैयार नहीं था। लेकिन नीरज (चोपड़ा) को मेडल मिलने के बाद, मैं बदलाव देख रही हूं। जिस तरह से हम जश्न मना रहे हैं। आप जैसे जश्न मना रहे हैं और भारत ने जैसा जश्न मनाया - मुझे उनसे ईर्ष्या होती है। मैं गलत युग में थी।’
महिला सशक्तिकरण को लेकर कही ये बातउन्होंने आगे यह भी बताया कि महिला सशक्तिकरण कैसे वास्तविकता बन रहा है। 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत के प्रस्ताव पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, हर भारतीय लड़की सपने देखने के लिए तैयार है और वे जानती है कि उनके सपने एक दिन सच होंगे।
ऐसा रहा स्पोर्ट्स करियरअंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 एफ्रो-एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद 2004 में एथेंस में हुए ओलंपिक खेलों में उन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 6.83 मीटर हासिल किया, जिससे वह पांचवें स्थान पर रहीं। उन्हें 2002 में अर्जुन पुरस्कार, 2003 में खेल रत्न और 2004 में चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।