Lords Test : कोहली ने बताया किस तनाव ने किया टीम को प्रेरित, जो रूट और राहुल ने दिया यह रिएक्शन

भारत ने सोमवार को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 151 रन से हराकर पांच मैच की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। नॉटिंघम में खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था। पांचवें दिन के खेल के दौरान इंग्लैंड के गेंदबाजों ने जसप्रीत बुमराह को टारगेट कर खूब बाउंसर फेंकी। दो बार गेंद उनके हेलमेट पर भी लगी। जीत के बाद विराट कोहली ने कहा कि मैदान पर इस तनाव ने वास्तव में हमें जीत और जल्दी खेल खत्म करने के लिए प्रेरित किया। मुझे पूरी टीम पर गर्व है।

पिच से पहले तीन दिन गेंदबाजों को मदद नहीं मिली, लेकिन हमने अपनी रणनीति अच्छी तरह से लागू की। दूसरी पारी में मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने जिस तरह से दबाव की परिस्थितियों में बल्लेबाजी की वह बेजोड़ था। यहीं से माहौल बना जिससे हमें आगे मदद मिली। टीम समझती थी कि 60 ओवर में 272 रन बनाना मुश्किल होगा लेकिन 10 विकेट लिए जा सकते हैं।

हम शमी और बुमराह का हौसला बढ़ाना चाहते थे और इसलिए हमने उन्हें नई गेंद सौंपी। उन्होंने हमें तुरंत विकेट भी दिलाए। हमने लॉर्ड्स में 2014 में भी जीत दर्ज की थी। मैं धोनी भाई के साथ उस टीम का हिस्सा था। मोहम्मद सिराज पहली बार लॉर्ड्स पर खेल रहे थे और उन्होंने शानदार गेंदबाजी की।


…हम थोड़ी और कोशिश करते तो जीत सकते थे : रूट

हार के बाद इंग्लिश कप्तान जो रूट मायूस दिखे। उन्होंने कहा कि शमी और बुमराह की साझेदारी ने बहुत कुछ बदल दिया। शमी को उनके अंदाज में खेलते हुए देखना उत्साहजनक था। हम पहले भी इस हालात में फंस चुके हैं और इससे निकलना भी जानते हैं। हम सबक सीखकर अगली बार और बेहतर वापसी करेंगे। एक समय हम ऐसी स्थिति में थे, जहां हम थोड़ी और कोशिश करते तो जीत सकते थे।

हम इस तरह की परिस्थितियों का सही तरह से सामना नहीं कर पाए, लेकिन अभी इस सीरीज में काफी क्रिकेट खेली जानी है और हम वापसी करेंगे। हमने गलतियां की, लेकिन जीत का श्रेय भारत को जाता है। एक टीम के तौर पर हमने पांच मैचों की सीरीज पहले भी खेली है और हम वापसी कर सकते हैं।


मैन ऑफ द मैच चुने गए राहुल बोले…

दाएं हाथ के भारतीय सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल को उनके पहली पारी के शतक के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। इससे उन्होंने अपना नाम लॉर्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर भी लिखवा दिया है। राहुल ने कहा कि मैं उस बोर्ड को रोज देख रहा हूं कि क्या उन्होंने मेरा नाम लिख दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए हमें अच्छी शुरुआत देनी थी। पहली पारी में 350 से अधिक रन बनाना जरूरी था और हमने वही किया। हम आगे भी ऐसा प्रदर्शन जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि राहुल ने नॉटिंघम में भी अर्धशतक जमाया था। शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल के चोटिल होने से उन्हें अंतिम एकादश में मौका मिला।