गेंदबाजों और कोहली के बारे में ऐसा बोले सचिन, इन्होंने इंग्लैंड को बताया ‘बेवकूफ’! रमीज भारत से प्रभावित

भारतीय टीम ने दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को लॉर्ड्स टेस्ट में 151 रन से शिकस्त दी। भारत को जीत दिलाने में तेज गेंदबाजों की चौकड़ी ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की खास भूमिका रही। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी इस चौकड़ी की खूब तारीफ की है। भारतीय टीम की मौजूदा तेज गेंदबाजी से कपिल देव, जवागल श्रीनाथ और जहीर खान के दौर की गेंदबाजी से तुलना पर उन्होंने कहा कि आज यह आक्रमण दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है।

यह प्रतिभा, अनुशासन और फिटनेस पर कड़ी मेहनत और ज्यादा सीखने की इच्छा को दर्शाता है। मुझे दूसरे युग से तुलना करना पसंद नहीं है क्योंकि गेंदबाजी आक्रमण को भी उनका सामना करने वाले बल्लेबाजों द्वारा आंका जाना चाहिए। कपिल, श्रीनाथ या जहीर की पीढ़ी के दौरान उनके सामने अलग-अलग बल्लेबाज थे।

सचिन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की खराब फॉर्म के बारे में कहा कि उनकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। कई बार दिमाग में चल रही चीजों से तकनीकी गलतियां हो सकती है। जब आपको अच्छी शुरुआत नहीं मिलती है तो आप बहुत सी चीजों के बारे में सोचना शुरू कर देते हैं। ऐसी परिस्थिति में चिंता का स्तर बढ़ जाता है, इसलिए आप अपने खेल से खराब पारियों की भरपाई करना चाहते है। ऐसा सबके साथ होता है।


रूट ने कप्तानी से किया निराश : बॉयकॉट

इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट का मानना है कि लॉर्ड्स में इंग्लैंड रणनीति में ‘बेवकूफ’ दिखा और उसने भावनाओं को अपने ऊपर हावी होने दिया। बॉयकॉट ने ‘द टेलीग्राफ’ में लिखा कि इस टेस्ट ने दो बातें साबित की हैं। सबसे पहले अगर आप बेवकूफ हैं तो टेस्ट जीतने के लायक नहीं हैं। हम रूट को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए जितना प्यार करते हैं, उन्होंने बतौर कप्तान रणनीति से उतना ही निराश किया। दूसरा, इंग्लैंड अपने सभी रनों के लिए सिर्फ रूट पर निर्भर नहीं रह सकता। स्थिति अब मजाक से परे होते जा रही है और शीर्ष तीन बल्लेबाजों को बहुत जल्द सुधार करना होगा।


असंभव को संभव बनाना जानती है भारतीय टीम : रमीज राजा

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने भारतीय टीम की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम अब असंभव को संभव बनाना जानती है। 59 वर्षीय रमीज ने यूट्यूब चैनल पर कहा कि अगर यह टेस्ट मेजबान टीम के 7-8 विकेट के बाद ड्रॉ हो जाता तो यह भारत की नैतिक जीत होती लेकिन इस हार के बाद इंग्लैंड के लिए बचे हुए टेस्ट में बने रहना काफी मुश्किल होगा।

उन्हें मुकाबला ड्रॉ कराना चाहिए था लेकिन भारत ने आक्रामकता से इंग्लैंड को एक कोने में डाल दिया। भारतीय टीम की बेहतरीन गेंदबाजी के कारण इंग्लिश टीम नेचुरल गेम नहीं खेल पाई और उनकी पारी ठहर सी गई। भारत असंभव स्थिति को संभव बनाने के लिए बैचेन लग रहा था। शमी के जवाबी हमले ने इंग्लैंड को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। वही जुझारू जज्बा भारत की गेंदबाजी में भी देखने को मिला।