रहाणे, श्रेयस या हनुमा के सवाल पर ऐसा बोले राहुल! मैक्ग्रा को पसंद नहीं आ रहा याराना, इन्हें दिया दोष

भारतीय टीम इस बार दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचना चाहेगी। तीन मैच की सीरीज का पहला टेस्ट 26 दिसंबर से सेंचुरियन में खेला जाना है। इससे पहले आएदिन क्रिकेट विशेषज्ञों के बयान सामने आ रहे हैं। साथ ही दोनों टीमों के क्रिकेटर्स भी तैयारियों के साथ रणनीति के बारे में बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को टीम इंडिया के नए उपकप्तान व दाएं हाथ के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (29) ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय टीम ने 2018 के पिछले दौरे की तुलना में इस बार अच्छी तैयारी की है। यहां जल्दी आने से हमें अच्छी तैयारी करने में मदद मिली है। हम समझते हैं कि किसी भी विदेशी सीरीज में टीम को अच्छी शुरुआत देना एक बल्लेबाज के रूप में सबसे महत्वपूर्ण बात है।

पिछली बार मेरा दक्षिण अफ्रीका का पहला दौरा था। इसलिए मुझे नहीं पता था कि इन परिस्थितियों को कैसे संभालना है। उम्मीद है कि पहले टेस्ट में मयंक अग्रवाल और मैं अच्छी शुरुआत करेंगे। यहां की गति और उछाल देश के अन्य सभी स्थानों से अलग है। मेरा ध्यान नई गेंद से 30-35 ओवरों में विकेट नहीं देने पर होगा। जब राहुल से पूछा गया कि पांचवें नंबर पर अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर व हनुमा विहारी में से किसे मौका दिया जाएगा तो उन्होंने कहा कि इस बारे में जल्दी ही बात की जाएगी। यह एक बहुत कठिन फैसला है। रहाणे ने भारत के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं, जिनमें मेलबोर्न और हाल ही में लॉर्ड्स भी शामिल है। वे हमारे लिए अहम खिलाड़ी रहे हैं। श्रेयस ने मौके का फायदा उठाया। हनुमा ने भी हमारे लिए ऐसा ही किया है।


मैक्ग्रा को एशेज में खल रही प्रतिस्पर्धी भावना की कमी

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा अपनी सटीक लाइन लेंथ के लिए जाने जाते थे। उन्हें खेलना कभी किसी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं रहा। फिलहाल उनकी कंगारू टीम अपने ही घर में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैच की एशेज सीरीज खेलने में व्यस्त है। मेजबान टीम ने ब्रिसबेन और एडिलेड में शानदार जीत दर्ज कर 2-0 से बढ़त बना ली है। तीसरा टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबोर्न में खेला जाएगा। अब मैक्ग्रा ने बड़ी रिएक्शन दी है। वे एशेज के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के मैदान पर मजाकिया अंदाज से खुश नहीं हैं और इसके लिए आईपीएल और बिग बैश लीग (बीबीएल) को दोषी ठहराया है। उनका मानना है कि इन लीगों ने प्रतिस्पर्धी भावना को खत्म कर दिया है। इंग्लैंड के खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन के साथ मजाक करता देखा गया, जबकि तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने मिशेल स्टार्क के साथ बातचीत की। मैक्ग्रा ने कहा कि आईपीएल-बीबीएल के कारण ये खिलाड़ी एक-दूसरे से अच्छी तरह से परिचित हैं।

आप बल्लेबाजों और गेंदबाजों को मजाक करते हुए देखते हैं, लेकिन मैं एशेज के बीच में कुछ प्रतिस्पर्धी भावनाओं को देखना चाहता हूं। हर बार जब आप इंग्लिश या ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में से किसी एक का साक्षात्कार सुनते हैं, तो वे एक उपनाम का प्रयोग करते हैं। जैसे ब्रॉडी, जिमी और केज। मैंने अगले दिन पूछा कि ये केज कौन है? ओह, एलेक्स केरी। जब हम खेलते थे तो ऐसा नहीं था, लेकिन आज खिलाड़ी एक-दूसरे से कुछ ज्यादा ही परिचित हो गए हैं। ये सभी नजदीकियां एशेज में प्रतिस्पर्धा की भावना को खत्म कर रही हैं, जो कि दुनिया की सबसे खतरनाक प्रतिस्पर्धा वाली सीरीज में से एक है।