प्लेऑफ की रेस से फिसल रही KKR, अब हर मुकाबला बन गया है ‘करो या मरो’ का

आईपीएल 2025 में डिफेंडिंग चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की हालत कुछ खास नहीं है। अब तक खेले गए 8 मुकाबलों में टीम को सिर्फ 3 में ही जीत मिली है, जबकि 5 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है। 6 अंकों के साथ कोलकाता इस समय अंक तालिका में सातवें स्थान पर है और प्लेऑफ की राह बेहद मुश्किल नजर आ रही है।

प्लेऑफ की उम्मीद जिंदा रखने के लिए क्या करना होगा KKR को?


कोलकाता को लीग स्टेज में अब भी 6 मुकाबले खेलने हैं। अगर टीम प्लेऑफ की दौड़ में बनी रहना चाहती है, तो उसे कम से कम 5 मैचों में जीत हासिल करनी होगी। ऐसा करने पर केकेआर के 16 अंक हो जाएंगे, जो आमतौर पर प्लेऑफ में एंट्री के लिए पर्याप्त माने जाते हैं।

अगर कोलकाता अपने सभी बचे हुए मैच जीत जाती है तो उसके खाते में 18 अंक होंगे और फिर वह प्लेऑफ में मजबूती से दावेदारी ठोक सकती है।

लेकिन मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह सफर आसान नहीं लग रहा। टीम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी, टॉप ऑर्डर की अस्थिरता और गेंदबाज़ी में गहराई की कमी जैसे मुद्दे अब बड़ी चुनौती बनते जा रहे हैं।

गुजरात के हाथों करारी हार, प्लेऑफ की उम्मीदों को झटका


21 अप्रैल को ईडन गार्डन्स में खेले गए मुकाबले में केकेआर को गुजरात टाइटंस से 39 रन से हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात ने 198 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया, जिसमें शुभमन गिल (90) और साई सुदर्शन (52) की अहम भूमिका रही। जवाब में केकेआर की टीम 159 रन ही बना सकी।

यह कोलकाता की इस सीजन की पांचवीं हार थी। वहीं, गुजरात ने इस जीत के साथ 12 अंकों के साथ टेबल टॉप पर जगह बना ली है। उन्होंने 8 में से 6 मुकाबले जीते हैं और उनका प्रदर्शन लगातार प्रभावशाली रहा है।

केकेआर की राह कठिन, पर नामुमकिन नहीं

हालांकि स्थिति मुश्किल जरूर है, लेकिन केकेआर के पास अब भी वापसी का मौका है। टीम को अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में एकजुटता दिखानी होगी। कप्तान को फ्रंट से लीड करना होगा और अनुभवी खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।

क्या केकेआर कर पाएगी वापसी? या इस बार डिफेंडिंग चैंपियन का सफर लीग स्टेज में ही खत्म हो जाएगा? जवाब आने वाले मैच तय करेंगे।