भारत ने दिया 284 रन का लक्ष्य, न्यूजीलैंड को बदलना होगा इतिहास, श्रेयस ने देरी से पारी घोषित करने पर कहा…

न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में जारी दो मैच की सीरीज के पहले टेस्ट में भारत की स्थिति मजबूत हो गई है। खेल के चौथे दिन भारत ने 51 रन पर ही पांच विकेट खोने के बाद अपनी दूसरी पारी सात विकेट पर 234 रन बनाकर घोषित कर मेहमान टीम के सामने 284 रन का मुश्किल लक्ष्य रखा। जवाब में न्यूजीलैंड ने स्टंप्स के समय तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर चार रन बना लिए थे। दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज विल यंग (2) पैवेलियन लौट गए। यंग ने पहली पारी में 89 रन का योगदान दिया था। अब क्रीज पर बाएं हाथ के ओपनर टॉम लैथम व नाइट वाचमैन विलियम सोमरविले हैं।

न्यूजीलैंड को अब अंतिम दिन 280 रन की दरकार है, जबकि उसके 9 विकेट बाकी हैं। इससे पहले आज सुबह भारत ने अपनी पारी 14/1 रन से आगे बढ़ाई। पहली पारी में शतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर ने 125 गेंद में आठ चौके व एक छक्के की मदद से 65 रन बनाए। विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने 126 गेंद पर चार चौके व एक के साथ नाबाद 61 रन जुटाए। रचिचंद्रन अश्विन ने 32 और अक्षर पटेल ने नाबाद 28 रन की पारी खेली। कप्तान अजिंक्य रहाणे (4), उप कप्तान चेतेश्वर पुजारा (22), ओपनर मयंक अग्रवाल (17) व रवींद्र जडेजा (0) सस्ते में पैवेलियन लौट गए। काइल जेमिसन व टिम साउदी ने 3-3 विकेट झटके।


अंतिम दिन विलियमसन और टेलर पर रहेगा दारोमदार

न्यूजीलैंड के लिए सोमवार को टेस्ट के पांचवें दिन लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं रहेगा। हालांकि उसके पास कप्तान केन विलियमसन और रॉस टेलर जैसे दिग्गज बल्लेबाज है। कीवियों को इन्हीं दोनों से सबसे ज्यादा उम्मीद होगी। वैसे जैसी पिच दिख रही है, उससे तो लगता नहीं कि कीवी बल्लेबाज अश्विन, अक्षर और जडेजा की तिकड़ी के सामने कुछ कर पाएंगे। साथ ही न्यूजीलैंड को जीत के लिए इतिहास बदलना होगा। इतिहास तो यही कह रहा है कि भारतीय जमीन पर आज तक किसी विदेशी टीम ने चौथी पारी में यह लक्ष्य हासिल नहीं किया है। केवल दो ही टीमें ऐसी रही हैं, जिसने सफलतापूर्वक दो बार 200 के ऊपर के आंकड़े को हासिल किया।

यह साल 1987 था, जब सर विव रिचर्ड्स की कप्तानी में इंडीज ने 1987 में दिल्ली में 5 विकेट पर 276 रन बना जीत हासिल। साल 1972 में टोनी लुईस की कप्तानी में इंग्लैंड ने दिल्ली में ही 4 विकेट पर 208 रन बना जीत का स्वाद चखा था। हालांकि कानपुर में न्यूजीलैंड की टीम ही है, जिसने चौथी पारी में सबसे देर तक बल्लेबाजी की है। साल 1976 में न्यूजीलैंड ने यहां 117 ओवर खेलकर 7 विकेट पर 193 रन बनाए थे।


हमें एक प्रतिस्पर्धी स्कोर की जरूरत थी : श्रेयस अय्यर

भारतीय टीम के पारी को घोषित करने में देरी हो गई। श्रेयस अय्यर ने इसके पीछे की वजह बताई। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो विकेट पर ज्यादा मूवमेंट नहीं हो रहा था। हमें एक प्रतिस्पर्धी स्कोर की जरूरत थी, शायद 275 से 280 रन के करीब स्कोर की। बात प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने की चल रही थी और मुझे लगता है कि यह सचमुच अच्छा स्कोर है हमारे पास बेहतरीन स्पिनर हैं इसलिए उम्मीद है कि हम कल काम पूरा कर सकते हैं। हमारे पास ‘स्पिन पावर’ है।

हमें हमारे स्पिनरों पर भरोसा रखना होगा और हम जानते हैं कि वे उन्हें अंतिम दिन दबाव में रख सकते हैं। मुझे लगता है कि 250 से ज्यादा की बढ़त इस विकेट पर काफी रहती। भाग्यशाली रहे कि हमें इससे ज्यादा बढ़त मिल गई। राहुल सर ने कहा था कि मुझे जहां तक संभव हो, तब तक क्रीज पर रहकर स्कोर बढ़ाने की जरूरत होगी।