इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार (8 दिसंबर) से ब्रिसबेन में पांच मैच की प्रतिष्ठित एशेज सीरीज का पहला टेस्ट खेला जाएगा। इसके शुरू होने से ठीक पहले इंग्लैंड टीम को बड़ा झटका लगा है। दाएं हाथ के अनुभवी स्टार गेंदबाज जेम्स एंडरसन पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे। साथी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के खेलने पर भी संशय है। हालांकि इंग्लैंड ने अभी अंतिम एकादश की घोषणा नहीं की है। 39 वर्षीय एंडरसन की पिंडलियों में दर्द है। इंग्लिश मैनेजमेंट एंडरसन को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। एंडरसन चोट के चलते पिछली एशेज सीरीज में भी चार ओवर डालने के बाद ही बाहर हो गए थे।
एंडरसन टेस्ट में चौथे सफलतम गेंदबाज हैं। एंडरसन ने 166 टेस्ट में 632 विकेट झटके हैं। एंडरसन की जगह दाएं हाथ के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स को मौका मिल सकता है। उनके अलावा मार्क वुड और ओली रॉबिन्सन भी कतार में हैं। ब्रॉड का खेलना भी पक्का नहीं है। चोट के कारण वे अगस्त से ही क्रिकेट से दूर हैं। बारिश से प्रभावित वार्म-अप मैच में वे ज्यादा अभ्यास नहीं कर पाए। ब्रॉड की जगह बाएं हाथ के स्पिनर जेक लीच को चुना जा सकता है। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने अपनी अंतिम एकादश का खुलासा करने से इनकार कर दिया। दूसरी ओर, मेजबान कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस ने तीन दिन पहले ही टीम का ऐलान कर दिया था। न्यूजीलैंड के कोच माइक हेसन ने विलियमसन की फिटनेस को लेकर दी यह रिएक्शन
तीनों
फॉर्मेट में न्यूजीलैंड के कप्तान और स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन की चोट
को लेकर कीवी टीम के कोच माइक हेसन ने प्रतिक्रिया दी है। हेसन का कहना है
कि विलियमसन की चोट को ठीक करने के लिए सर्जरी ऑप्शन है। विलियमसन कोहनी की
चोट से परेशान हैं और इसी वजह से वे अपने देश के लिए कई अहम मैच मिस कर
चुके हैं। वे भारत के खिलाफ मुंबई टेस्ट में भी नहीं खेले थे और उनकी जगह
टॉम लैथम को कप्तानी दी गई। न्यूजीलैंड को 372 रन के विशाल अंतर से हार का
सामना करना पड़ा, जो उसकी टेस्ट में सबसे बड़ी हार है।
हेसन ने कहा
कि मुझे लगता है कि यह उस पॉइंट पर पहुंच गया है जहां निश्चित रूप से
सर्जरी की आवश्यकता होती है। मुझे यकीन है कि विलियमसन किसी से भी सबसे
ज्यादा निराश होंगे। तथ्य यह है कि उन्होंने इसे एक बड़ी मात्रा में आराम
दिया है और यह ठीक नहीं हुई है। वे पिछले 18 महीनों में क्रिकेट से चूके
हैं। शुरुआत में उन्हें कूल्हे की समस्या थी, लेकिन यह कोहनी की चोट लंबे
समय से चल रही है। मुंबई में मुझे लगता है कि बल्लेबाजी यूनिट ज्यादा दबाव
डालने में सफल नहीं रही। बल्लेबाजों ने टीम को एक चिंताजनक स्थिति में छोड़
दिया। पहली पारी में हम रन रेट को रोकने में सफल नहीं रहे।