
मुंबई इंडियंस को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 12 गेंदों में 28 रन की दरकार थी। हार्दिक पांड्या और नमन धीर क्रीज पर मौजूद थे और ऐसा लग रहा था कि मुंबई यह मुकाबला अपने नाम कर लेगी, लेकिन यहीं से मैच का रुख बदल गया। रोहित शर्मा इस बार भी बतौर ओपनर असफल रहे और सिर्फ 9 गेंदों में 17 रन बनाकर यश दयाल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने विराट कोहली (67) और रजत पाटीदार (64) की बेहतरीन पारियों की बदौलत 221 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था।
मैच के बाद हार्दिक पांड्या ने पिच को बल्लेबाजी के लिए अनुकूल बताते हुए कहा, यहां बहुत रन बने। विकेट वाकई शानदार था। मैं खुद से यही कहता रहा। हम सिर्फ दो शॉट्स से चूक गए और समझ नहीं आ रहा कि क्या कहूं। जिस तरह की ये पिच थी, उसमें गेंदबाजों के पास ज़्यादा विकल्प नहीं थे। सब कुछ एग्जीक्यूशन पर निर्भर करता था। आप बल्लेबाजों को रोक सकते हैं, लेकिन मैं अपने गेंदबाजों को कठोरता से नहीं आंकूंगा। यह एक कठिन विकेट थी और हो सकता है हमने 5-10 या शायद 12 रन ज़्यादा दे दिए।
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने टीम की रणनीति पर बात करते हुए कहा, नमन धीर को नीचे बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा क्योंकि रोहित शर्मा की वापसी हुई थी। पिछले मैच में रोहित उपलब्ध नहीं थे, इसलिए हमें किसी और को टॉप ऑर्डर में भेजना पड़ा था। नमन में बहुआयामी प्रतिभा है, लेकिन रोहित के लौटने के बाद हमें पता था कि उसे नीचे आना होगा।
हार्दिक ने तिलक वर्मा को लेकर भी बात की और कहा, तिलक शानदार था। पिछली बार बहुत सी बातें की गईं, लेकिन लोग नहीं जानते कि उसने एक खराब हिट लगाई थी और उसकी उंगली में चोट थी। कोच को लगा कि उस स्थिति में किसी नए खिलाड़ी को भेजना बेहतर होगा। लेकिन आज उसने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
आगे कप्तान ने मैच की स्थिति पर कहा, इस तरह के मुकाबलों में पावरप्ले का बहुत महत्व होता है। हम मिडल ओवरों में पर्याप्त रन नहीं बना पाए, और यहीं से हम मैच से थोड़ा पीछे रह गए। डेथ ओवरों में RCB ने शानदार गेंदबाजी की और हम वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए जैसा करना चाहिए था।
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने जसप्रीत बुमराह की वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी के शामिल होने से कोई भी टीम खास बन जाती है, चाहे वो दुनिया की कोई भी टीम क्यों न हो। उन्होंने मैदान पर आकर अपना काम बखूबी किया और उनके साथ होना मेरे लिए बहुत संतोषजनक है।
हार्दिक ने आगे कहा, ज़िंदगी में कभी पीछे नहीं हटना चाहिए, हमेशा चीज़ों का सकारात्मक पहलू देखना चाहिए। हमारा संदेश साफ है — मैदान पर उतरें और अपने जीवन का सबसे बेहतरीन क्रिकेट खेलने की कोशिश करें। हम सभी खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ मजबूती से खड़े हैं और उम्मीद है कि नतीजे हमारे पक्ष में आएंगे।