IPL-14 : शतकीय पारी के साथ रुतुराज ने बनाए ये रिकॉर्ड, कहा-टाइमिंग पर रहा है हमेशा से फोकस

आईपीएल-14 के 47वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड ने अपने आईपीएल करियर का पहला शतक जड़ा। उन्होंने पारी की अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया। गायकवाड ने 60 गेंदो में 9 चौकों व 5 छक्कों की मदद से नाबाद 101 रन बनाए। हालांकि इतनी बेहतरीन पारी के बावजूद चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा। गायकवाड के खाते में कई रिकॉर्ड जुड़ गए।

ये 5वां मौका था जब गायकवाड ने यूएई में 50 से ज्यादा रन की पारी खेली। इसके साथ ही वे चेन्नई के लिए यूएई में सबसे ज्यादा बार यह आंकड़ा पार करने वाले बल्लेबाज बन गए। गायकवाड़ के आईपीएल-14 के 12 मैच में 508 रन हो गए हैं। इसके साथ ही गायकवाड़ ऑरेंज कैप की दौड़ में सबसे आगे हो गए। गायकवाड ने 24 साल 244 दिन की उम्र में शतक लगाया। वे चेन्नई की ओर यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे छोटे बल्लेबाज हैं।


...तो धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेते गायकवाड

यह पहला मौका था, जब 50 से ज्यादा स्कोर करने के बाद भी रुतुराज गायकवाड टीम को जिता नहीं सके। इससे पहले छह बार उन्होंने फिफ्टी प्लस स्कोर किया था और सभी मौकों पर चेन्नई को जीत मिली थी। अगर चेन्नई इस मैच में जीत जाती तो रुतुराज, धोनी की बराबरी कर लेते। धोनी के शुरुआती सात फिफ्टी प्लस स्कोर में चेन्नई को जीत मिली थी। इसके अलावा गायकवाड आईपीएल के ऐसे तीसरे बल्लेबाज भी बने, जिनका पहला शतक टीम के काम नहीं आया और हार मिली।

रुतुराज से पहले सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के नाम ये अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज था। मुंबई इंडियंस के सचिन ने कोच्चि टस्कर्स के खिलाफ 66 गेंदों में शतक लगाया था। इसके बावजूद मुंबई को आठ विकेट से हार मिली थी। इसके बाद साल 2016 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के विराट कोहली ने गुजरात लॉयंस के खिलाफ पहला टी20 शतक लगाया था। कोहली ने ओपनिंग करते हुए 63 गेंद में शतक ठोका था। फिर भी बेंगलोर को छह विकेट से हार झेलनी पड़ी।


ब्रायन लारा ने की रुतुराज की तारीफ

रुतुराज गायकवाड ने मैच के बाद बताया कि शुरुआत में पिच थोड़ी स्लो थी लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ता गया ये बेहतर होती गई। इससे बल्लेबाजों को शॉट खेलना आसान हो गया। उन्होंने कहा कि किसी एक बल्लेबाज के लिए 14वें-15वें ओवर तक टिके रहना जरूरी था। मैं पिछले कुछ मैच से ऐसा नहीं कर पाया था लेकिन इस बार ऐसा करने में सफल रहा। मैं गेंद को टाइम करने का प्रयास करता हूं और अपना शेप मेनटेन करने की कोशिश करता हूं। जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से मेरा फोकस सिर्फ टाइमिंग पर रहा है। आज भी मैंने टाइमिंग पर ही ज्यादा जोर दिया। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा ने रुतुराज की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने दिखाया कि अच्छे क्रिकेटिंग शॉट्स खेलकर भी आप बड़े रन बना सकते हैं और एक बल्लेबाज के तौर पर मैं इससे काफी ज्यादा खुश हूं।