टूटा करोड़ों भारतीयों का सपना, थाईलैण्ड से हार कर प्रतियोगिता से बाहर हुई भारतीय महिला फुटबॉल टीम

नई दिल्ली। एशियन गेम्स में पहले दिन एक साथ पाँच मेडल जीतने से भारतीय दल में खुशी की लहर दौड़ गई थी, लेकिन यह खुशी जल्द ही मायूसी में बदल गई जब भारतीय दल को महिला टेबल टेनिस और महिला फुटबॉल में प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा।

भारतीय महिला फुटबॉल टीम रविवार को थाईलैंड से मिली 0-1 की हार के बाद एशियन गेम्स के नॉकआउट स्टेज के लिए क्वालीफाइ करने में विफल रही। भारतीय टीम ने अपने से ऊंची रैंकिंग की थाईलैंड टीम को चुनौती पेश की। लेकिन थोंग्रोंग परिचाट के 52वें मिनट में किए गए गोल की मदद से थाईलैंड की टीम अपने ग्रुप बी मैच में विजेता रही।

भारतीय टीम एशियाड के शुरुआती मैच में चीनी ताइपे से 1-2 से हार गई थी। थाईलैंड के खिलाफ इस हार से भारत का दूसरे स्थान पर रहने वाली तीन टीमों में शामिल होने का मौका भी खत्म कर दिया जो पांच ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली पांच टीमों के साथ नॉकआउट में पहुंचेंगी। भारत ने मैच में संयमित शुरुआत की और जिस तरह से उसकी खिलाड़ी मौके बना रही थी, वह प्रतिद्वंद्वी से कहीं बेहतर टीम दिख रही थी।

अंजू तमांग ने 11वें मिनट में भारत के लिए शानदार मौका बनाया लेकिन उनका नीचा क्रास विफल रहा। पांच मिनट बाद मनीषा कल्याण ने भी बाला देवी और डांगमेई ग्रेस के साथ मिलकर दो मौके बनाए। लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी। थाईलैंड की डिफेंसिव लाइन ने 25वें मिनट में मनीषा का शॉट रोक दिया और एक मिनट बाद ग्रेस का शॉट बार के ऊपर से निकल गया।

थाईलैंड ने भी चेथाबुत्र कानयानात की बदौलत मौका बनाया लेकिन आशालता देवी और गोलकीपर श्रेया हुड्डा ने इसे नाकाम कर दिया। इससे पहले हाफ के बाद स्कोर 0-0 था। दूसरे हाफ में थाईलैंड ने गोल के लिए अपने प्रयास तेज किए। भारत ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन ज्यादा लंबे समय तक ऐसा नहीं कर सकी।

परिचाट ने 52वें मिनट में पेंगंगम साओवालाक के पास पर शॉट लगाकर अपनी टीम को बढ़त दिला दी। भारत ने इसके बाद कुछ मजबूत मूव बनाकर वापसी करने का प्रयास किया। मनीषा ने दो प्रयास किये लेकिन थाईलैंड की गोलकीपर ने उन्हें रोक दिया और दो बार उनके शॉट ऑफ साइड करार दिये गये। अंत में थाईलैंड ने भारत के बराबरी के सभी प्रयासों को नाकाम कर जीत दर्ज की।